पत्रकार पर गलत टिप्पणी कर फंसे राहुल गाँधी, एडिटर्स गिल्ड ने जमकर की आलोचना

नई दिल्ली: साल 2019 के प्रथम दिन पीएम मोदी ने सरकारी समाचार एजेंसी एएनआई एडिटर और वरिष्ठ पत्रकार स्मिता प्रकाश को साक्षात्कार दिया था, जिसकी कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आलोचना कर दी थी. राहुल गांधी ने इस साक्षात्कार को 'स्टेज्ड' बताया था, जबकि उन्होंने वरिष्ठ पत्रकार पर भी बयान करते हुए उनके लिए लचीला शब्द का उपयोग किया था, जिसके बाद एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने राहुल गांधी के बयान पर चिंता व्यक्त की है.

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एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया का कहना है कि स्वस्थ और सभ्य आलोचना से किसी छूट का दावा नहीं होना चाहिए, लेकिन उन पर किसी प्रकार का ठप्पा लगाना पत्रकारों का अपमान करना और उनको धमकाने के रूप में सामने आया है. गिल्ड ने कहा है कि हम कुछ समय इस तरह की घटनाओं को देख रहे हैं.

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गिल्ड ने कहा कि हाल में ही भाजपा नेताओं के साथ ही आम आदमी पार्टी के नेताओं ने पत्रकारों के लिए बाजारू, खबरों के कारोबारी और दलाल जैसे अपमानजनक शब्दों का उपयोग किया था. पत्रकार के साथ केवल इसलिए ऐसा बर्ताव करना क्योंकि उसने एक विपक्षी नेता का साक्षात्कार किया है, यह सरासर गलत है और मैसेंजर को दबाने जैसा है. दरअसल, राहुल गांधी ने पत्रकार स्मिता प्रकाश के बारे में कहा था कि सवाल पूछने वाली पत्रकार ही खुद उसका जवाब दे रही थी. वहीं, स्‍म‍िता प्रकाश ने इसपर पलटवार करते हुए राहुल गांधी को ट्विटर पर जवाब दिया था कि देश की सबसे पुरानी पार्टी के अध्यक्ष से ऐसी आशा नहीं थी.

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