अफगान के इस शहर में भूकंप ने दी दस्तक

काबुल: विश्वभर में बढ़ रही आपदाओं की मार आज पूरे मानवीय पहलू को भुगतनी पड़ रही है. हर दिन बड़ी बड़ी घटनाओं के कारण लोग अपनी जान खो दे रहे है. जंहा हर दिन मौत के आंकड़ों में लगातार इज़ाफ़ा देखने को मिल रहा है. इतना ही नहीं इन आपदाओं के बीच घिरी व्यक्तिगत ज़िंदगी भी बुरी तरह से प्रभावित हो रही है. दुनियाभर में लगातार भूकंप और सुनामी ने लोगों के दिलों में कोहराम मचा दिया है. 

अफगान के हिंदूकुश में एक बार फिर भूकंप के झटके आने से धरती डोल उठी है. समाचार एजेंसी  ने  नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के हवाले से इस पूरे मामले की सूचना दी है कि आज सुबह 5.28 मिनट पर यहां भूंकप के झटके महसूस किया गए है. जिसकी तीव्रता 3.8 मापी गई है. लेकिन अच्छा बात तो ये है कि, अभी तक इससे कोई जान-माल हानि कि जानकारी सामने नहीं आई है. रिपोर्ट्स के अनुसार इससे एक सप्ताह पहले 11 जुलाई को भी हिंदूकुश में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. इस बीच इसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 4.3 रिकॉर्ड की गई थी.

जंहा इस बात का पता चला है कि जिससे पहले शुक्रवार को पापुआ न्यू गिनी में जोरदार भूंकप के झटके महसूस किए गए था. रिक्टर पैमाने पर जिसकी तीव्रता 7.2 रिकॉर्ड की गई थी. जिसका केंद्र पापुआ न्यू गिनी की राजधानी पोर्ट मोरेस्बी से 174 किमी उत्तर-पूर्व में है. बीते गुरुवार को हिमाचल प्रदेश, गुजरात और असम में भूकंप आने से धारतों डोल उठी थी. हिमाचल में जिसका केंद्र ऊना था. इसकी तीव्रता रिक्टर स्केल 2.3 रिकॉर्ड की गई.  वही गुजरात के राजकोट में भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.5 दर्ज हुई. असम के करीमगंज में इसकी तीव्रता  4.1 से झटके महसूस हुए.  

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