खाद्य पदार्थों में मिलावट के खिलाफ अभियान हुआ जारी

उज्जैन: विनिर्माण फर्म 'गजमार्क फार्मा' पर छापे के बाद मिलावट के लिए नौ स्वास्थ्य पूरक निर्माताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। खबरों के मुताबिक गजमार्क फार्मा, पराग फार्मा प्राइवेट लिमिटेड, विष्णु ताम्रकार और राजेंद्र ताम्रकार मुंबई, बियानी एंड संस, ओमप्रकाश और मनोज बियानी, हितम आयुषी केयर, निलेश लड्ढा, विनचेम फार्मा के गोविंद माहेश्वरी, जुझार मुखिया और के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। 

प्राथमिकी आईपीसी की धारा 420 और अन्य धाराओं के तहत दर्ज की गई थी। जांच अधिकारियों ने कहा कि गजमार्क फार्मा ने प्रसिद्ध राष्ट्रीय और बहुराष्ट्रीय ब्रांडों के नामों का उपयोग करके नकली खाद्य पूरक का निर्माण किया। इसी तरह, मिर्च पाउडर के नमूनों की प्रयोगशाला परीक्षण रिपोर्ट मिलने के बाद आयुष पिसाई केंद्र के मालिक महेश पोरवाल के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी।

जंहा दो संघनित दूध निर्माता कंपनियों के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की गई। खाद्य सुरक्षा अधिकारी शैलेश कुमार गुप्ता ने बताया कि मिलावटी उत्पाद बेचने के लिए पुखराज एंटरप्राइजेस के मालिक अतुल सर्राफ और ओसवाल ट्रेडर्स के मालिक राजेंद्र जैन, विशाल जैन और रितेश जैन के खिलाफ आईपीसी की धारा 272 और 420 के तहत भी एफआईआर दर्ज की गई थी।

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