नई दिल्ली : केंद्र सरकार द्वारा 500 रूपए और 1000 रूपए के नोट को बंद किए जाने का निर्णय लेने के बाद हर ओर अफरा-तफरी की स्थिति रही हालांकि अब लोगों को आंशिक राहत मिली है और लोग बैंक्स में अपनी नकदी को बदलवा रहे हैं तो कुछ पुराने नोट जमा करवा रहे हैं लोगों द्वारा बैंक से नकदी का आहरण भी किया जा रहा है। मगर नोटबंदी को लेकर महत्वपूर्ण जानकारी सामने आई है जिसमें कहा गया है कि सरकार 17 नवंबर से नोटबंदी करने वाली थी मगर जब सोश्यल मीडिया पर 2000 रूपए के नोट की जानकारी वायरल हो गई तो सरकार ने तुरंत 8 नवंबर की रात्रि में नोट बंदी की घोषणा कर दी। आरबीआई ने नोट बंदी के कार्य को आॅपरेशन क्लीन नोट पाॅलिसी नाम दिया था। रिज़र्व बैंक की ओर से बैंकस को जो पत्र जारी किया गया है उसमें इस तरह की जानकारी दी गई है। आरबीआई ने फैसले से पहले ही बैंक्स को निर्देश दिए थे कि बैंक्स अपने एटीएम में 100 के नोट्स के कैसेट बढ़ा दें। बैंकस को निर्देश दिए गए थे कि 20 हजार मशीनों से केवल 100-100 रूपए के नोट निकालने का प्रबंध करने को कहा गया था। बैंक्स को निर्देश दिए गए थे कि वे नोट की पर्याप्तता को 17 नवंबर तक तय कर लें। मगर बीच में ही 2 हजार रूपए का नोट सोश्यल मीडिया पर वायरल हो गया और फिर सरकार को आनन-फानन में नोट बंद करने पड़े। मिले नोटिस, ज्यादा कैश जमा करने वालों से पूछा: कहा से आया पैसा मोदी के मंत्री ने बताया काले धन को सफ़ेद करने का मंत्र