राजस्थान में कांग्रेस विधायक ने अपने ही सरकार के मंत्री पर लगाया भ्रष्टाचार का आरोप

कोटाः बीते साल सामान्य बहुमत से राजस्थान में सत्ता में आई कांग्रेस लगातार आंतरिक गुटबाजी के कारण सुर्खीयों में रही है। राज्य में अक्सर उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट खेमा और सीएम अशोक गहलोत खेमा के बीच खींचतान की खबरें आती रहती हैं। इस बीच सत्ताधारी दल के एक विधायक ने अपने पद से त्यागपत्र दे दिया। कांग्रेस विधायक भरत सिंह ने कल यानि रविवार को अपने ही सरकार के एक मंत्री पर भष्टाचार और काम में बाधा डालने का आरोप लगाते हुए इस्तीफा दे दिया।

कोटा जिले में सांगोद विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले सिंह ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर राज्य के खनन विभाग में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। इस खत में उन्होंने गहलोत से महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती मनाने के लिए सरकार को भ्रष्ट लोगों से बचाने का अनुरोध किया है। सिंह ने सीएम के बजट भाषण का भी हवाला दिया जिसमें गहलोत ने कहा था कि उनकी सरकार भ्रष्टाचार की बहती गंगा को खत्म करने के लिए काम करेगी।

सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार राजमार्ग के एक हिस्से को दुरुस्त करना चाहती है, लेकिन राज्य का खनन विभाग इसमें बाधा डाल रहा है। भरत सिंह ने खत में कहा कि एनएच 27 पर रखरखाव के काम के लिए 208.54 करोड़ रुपये की धनराशि मंजूर की गई है, मगर बारां में खनन विभाग के एक सहायक अभियंता जाहिर तौर पर मंत्री के निर्देश पर अड़चनें लगा रहे हैं और ठेकेदार को अनुमति पत्र जारी नहीं कर रहे हैं। बता दें कि चुनाव में जीत हासिल करने के बाद राजस्थान में सीएम पद के लिए कांग्रेस में जबरदस्त रस्साकशी हुई थी। जो आज भी जारी है। 

तेजस्वी यादव की जनसभा में आपस में भिड़े कार्यकर्ता, जमकर चली कुर्सियां

बापू से जुड़े बीजेपी के इस देशव्यापी अभियान से साध्वी प्रज्ञा ने खुद को किया अलग

प्रियंका की रायबरेली में होने वाली कार्यशाला स्थगित, पार्टी कार्यकर्ताओं को देने वाली थीं ट्रेनिंग

Related News