भोपाल: आज राष्ट्रीय गीत 'वन्दे मातरम्' के रचयिता बंकिमचन्द्र चट्टोपाध्याय की जयंती है। जी हाँ, आज ही के दिन बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय का जन्म हुआ था और ऐसे में इस अवसर पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोटि-कोटि नमन किया है। आप देख सकते हैं मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक ट्वीट किया है और लिखा है, 'राष्ट्रीय गीत 'वन्दे मातरम्' के रचयिता बंकिमचन्द्र चट्टोपाध्याय की जयंती पर शत-शत नमन। वन्दे मातरम् के माध्यम से आपने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियो में राष्ट्रभक्ति की भावना जगाकर आपने भावी पीढ़ियों के लिए स्वतंत्र राष्ट्र के निर्माण की नीवं रखी थी।' राष्ट्रीय गीत 'वंदेमातरम्' और कालजयी उपन्यास 'आनंदमठ' के रचयिता, स्व. बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय की जयंती पर नमन! अपनी रचनाओं के माध्यम स्वतंत्र भारत के लिए मर-मिटने की जो भावना आपने जन-जन में जागृत की थी, वह आज भी भावी पीढ़ियों को श्रेष्ठ भारत के निर्माण के लिए प्रेरित कर रही है। pic.twitter.com/pGg6Nvs7WX — Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) June 27, 2021 उनके अलावा मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी एक ट्वीट किया है। इस ट्वीट में उन्होंने लिखा है- "वंदे मातरम्! सुजलाम्, सुफलाम्, मलयज शीतलाम्, शस्यश्यामलाम्, मातरम्, वंदे मातरम्!" सुप्रसिद्ध बंगाली उपन्यासकार, कवि, पत्रकार और भारत के राष्ट्रीय गीत 'वंदे मातरम्' के रचयिता बंकिमचंद्र चटर्जी की जयंती पर उन्हें सादर नमन!'' आप सभी को बता दें कि राष्ट्रीय गीत वन्दे मातरम् के रचयिता बंकिमचन्द्र चट्टोपाध्याय का जन्म 27 जून 1838 को नैहाटी पश्चिम बंगाल में हुआ था। बंकिमचंद्र ने अपने उपन्यासों के माध्यम से देशवासियों में ब्रिटिश सरकार के खिलाफ विद्रोह की चेतना का निर्माण करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया था। माँ के अंतिम संस्कार के लिए नहीं जुटा पाया पैसे तो बेटे ने कर ली आत्महत्या यहां पर है बच्चों की फैक्ट्री, 40-42 लाख रुपये में पाए अपना पसंदीदा बच्चा शर्मशार! सौतेले बाप ने पति बनकर बेटी के साथ किया गलत काम, गुस्साई लड़की ने उतारा मौत के घाट