छत्तीसगढ़ चुनाव: अब कांग्रेस नहीं लगा पाएगी ईवीएम से छेड़छाड़ का आरोप, निगरानी के लिए प्रशासन ने जारी किया एप

रायपुर: छत्तीसगढ़ चुनाव हो जाने के बाद इस बार ईवीएम को रखे जाने वाले स्ट्रांग रूम की निगरानी करने के लिए प्रत्याशी एवं एजेंटों को स्ट्रांग रूम तक जाने की जरूरत नहीं है, वे घर बैठे इसपर नज़र रख सकते हैं. इसके लिए प्रत्याशियों को एक स्पेशल ऐप की सुविधा दी गई है, प्रत्याशी और एजेंट अपने मोबाइल पर ऐप डाउनलोड कर स्ट्रांग रूम में लगे सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से वहां की स्थिति का जायज़ा ले सकते हैं. ईवीएम पर हमेशा सवाल उठाने वाली कांग्रेस के लिए ये राहत भरी खबर है.

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प्रशासन के इस ऐलान के बाद भी कांग्रेस प्रत्याशी स्ट्रांग रूम के बाहर तंबू लगाकर ईवीएम की निगरानी में जुटे हुए हैं. पीसीसी चीफ भूपेश बघेल ने ईवीएम हैक होने की आशंका जताते हुए उसपर नज़र रखने के निर्देश दिए थे. इसके बाद कोंड़ागांव और केशकाल विधानसभा प्रत्याशी स्ट्रांग रूम के बाहर तंबू गाड़कर बैठ गए हैं. अब तक एजेंट स्ट्रांग रूम के आसपास 24 घंटे निगरानी किया करते थे. इसके लिए रिटर्निंग अधिकारी से नियमानुसार अनुमति ली जाती है. अभी यह सुविधा प्रत्याशी और एजेंट के अलावा रिटर्निंग अधिकारी और ऑब्जर्वर को ही दी जाएगी.

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एजेंट अब स्ट्रांग रूम के सामने बनाए गए कक्ष में भी मौजूद रहकर नज़र रख सकते हैं, हालांकि इसके लिए रिटर्निंग अधिकारी की अनुमति लेना  आवश्यक होगा. रायपुर जिले की सातों विधानसभा सीटों के प्रत्याशियों ने कक्ष के अंदर रहकर स्ट्रांग रूम की निगरानी की अनुमति मांगी है, जबकि रायपुर में केवल यह सुविधा रिटर्निंग अधिकारी के पास ही है. वहीं इस ऐप को डाउनलोड करने के सिस्टम की जानकारी भी रिटर्निंग अधिकारी के पास गोपनीय रूप से है, जहाँ से उसे प्राप्त किया जा सकता है.

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