अब मरीजों को नहीं काटने पड़ेंगे प्रयोगशाला के चक्कर, ब्लड-यूरिन के सैंपल पहुंचाएगा ड्रोन

देहरादून: समय पर ब्लड न मिलने की वजह से अक्सर मरीजों की जान चली जाती है. पहाड़ी इलाकों में तो यह दिक्कत और भी अधिक जटिल है. हालांकि इस मुसीबत से निपटने का समाधान निकाल लिया गया है. टेली मेडिसिन सेवा 555 की कामयाबी के बाद अब प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में आने वाले मरीजों के ब्लड सैंपल को जांच के लिए जिला अस्पताल टिहरी की प्रयोगशाला तक पहुंचाने के लिए ड्रोन सेवा का इस्तेमाल करने का प्रस्ताव रखा गया है.

सीडी स्पेस कंपनी ने पायलेट प्रोजेक्ट के तहत ड्रोन से ब्लड सैंपल पहुँचाने का डेमो भी दिखाया है, जिसमें लगभग 32 किमी दूर पीएचसी नंदप्रयाग से ड्रोन ब्लड सैंपल लेकर केवल 18 मिनट में जिला अस्पताल पहुंचा. अस्पताल तक पहुंचने में असमर्थ दूर-दराज इलाकों के मरीजों के लिए 555 टेली मेडिसिन सेवा वरदान सिद्ध हो रही है.

इसी तरह मरीजों की सहायता के लिए सीडी स्पेस रोबोटिक्स कंपनी ने पीएचसी-सीएचसी में आने वाले मरीजों का ब्लड व यूरिन इत्यादि के सैंपल जांच के लिए ड्रोन से पहुँचाने की पेशकश की है, जिससे दूर-दराज से आए हुए मरीजों को जिला अस्पताल टिहरी के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे. आईआईटी कानपुर के छात्रों ने इसका डेमो भी प्रदर्शित किया है. ट्रायल के तौर पर लगभग 32 किमी दूर नंदगांव पीएचसी से ड्रोन ब्लड सैंपल लेकर महज 18 मिनट में जिला अस्पताल पहुँच गया। आपको बता दें कि एक ड्रोन की लागत 10 से 12 लाख है.

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