भाजपा की सहयोगी अनुप्रिया पटेल का हिंदुत्व पर बड़ा बयान, मुस्लिम प्रत्याशी को लेकर कही ये बात

लखनऊ: भाजपा की सहयोगी अनुप्रिया पटेल ने सोमवार को स्पष्ट कर दिया कि उनकी पार्टी अपना दल की विचारधारा हिंदुत्व से अलग है। अपना दल (एस) को सामाजिक न्याय के लिए खड़ा करने पर जोर देते हुए, अनुप्रिया पटेल ने सोमवार को अपनी पार्टी को "हिंदुत्व और उन सभी मुद्दों" से अलग कर दिया और कहा कि उनकी पार्टी वैचारिक रूप से भाजपा से अलग है। अनुप्रिया पटेल ने 10 फरवरी से शुरू होने वाले सात चरणों के उत्तर प्रदेश चुनाव के पहले चरण से तीन दिन पहले मीडिया को बताया कि मुस्लिम प्रत्याशी उनकी पार्टी के लिए अछूत नहीं हैं।

उन्होंने कहा कि, 'हां, हम वैचारिक रूप से भाजपा से भिन्न हैं। लोग मुझसे हिंदुत्व और उन सभी मुद्दों पर सवाल पूछने का प्रयास कर रहे हैं, मैं उन सभी मुद्दों से खुद को अलग करती हूं और मेरी पार्टी धर्म की सियासत नहीं करती है। हम सामाजिक न्याय के लिए खड़े हैं। यही हमारी विचारधारा है।' उन्होंने कहा कि, 'हमने हमेशा समाज के हाशिए पर रहने वाले वर्गों के लिए काम किया है, चाहे वह सड़कों पर हो या संसद में। और यह हमारा दर्शन और हमारे संस्थापक सिद्धांत हैं और हम सिर्फ इसी पर टिके हैं।' अपना दल उत्तर प्रदेश में बीते तीन चुनावों - 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव और 2017 के विधानसभा चुनावों में भाजपा की सहयोगी रही है। इसने इस बार अपने पहले मुस्लिम उम्मीदवार का ऐलान किया है।

कांग्रेस की वरिष्ठ नेता बेगम नूर बानो के पोते हैदर अली अपना दल (एस) द्वारा घोषित पहले मुस्लिम प्रत्याशी थे। वह स्वार सीट से समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम खान के खिलाफ चुनावी मैदान में हैं। अनुप्रिया पटेल ने कहा कि, "मुझे नहीं पता कि हर कोई एक प्रत्याशी को धर्म के नजरिए से क्यों देख रहा है। वह एक होनहार युवा है जो शिक्षित भी है।' उन्होंने पिछली बार राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) से एक भी मुस्लिम प्रत्याशी नहीं होने पर एक सवाल के जवाब पर कहा कि उनकी पार्टी (अपना दल) प्रत्याशी को धर्म के चश्मे से नहीं देखती है। अली अपना दल और NDA के लिए भी पहले मुस्लिम प्रत्याशी हैं।

क्या आप भी बनना चाहते हैं कांग्रेस उम्मीदवार? तो ऐसे करें आवेदन

'अगर शिक्षा के लिए हिजाब जरुरी, तो कांग्रेस शासित राज्यों में इसे अनिवार्य कर दें राहुल गांधी'

मोदी सरकार को टक्कर देने की कोशिश, संजय राउत ने बताया लोकसभा चुनाव में शिवसेना का प्लान

 

Related News