बंगाल: बीच सड़क पर 2 महिलाओं के कपड़े फाड़े, किया निर्वस्त्र! ममता की मंत्री बोलीं- बेचारे गरीब थे, इसको राजनितिक चश्मे से न देखें

कोलकाता: पश्चिम बंगाल की सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस (TMC) नेत्री और ममता बनर्जी सरकार में मंत्री शशि पांजा उस समय विवादों में घिर गईं, जब उन्होंने राज्य के मालदा जिले में दो महिलाओं के साथ हुए यौन उत्पीड़न को कमतर बताने का प्रयास किया। परेशान करने वाली घटना पर उनके बयान के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने दावा किया कि, ;यह एक बड़े गांव पाकुआहाट के अंदर एक हाट (बाजार) में हुआ। चोरी का मामला था। लोगों ने चोरी करने वाली दो महिलाओं को पकड़ लिया। इससे अन्य महिलाओं के साथ हाथापाई हुई।' उन्होने कहा कि, “बेचारा (महिलाएं) सभी गरीब हैं, अब कपड़े निकल गए, जितना भी निकला है…उसको राजनीति के चश्में से क्यों देखा जा रहा है।'

 

यह बयान देकर शशि पांजा ने अपराध की गंभीरता को कमतर बताने की कोशिश की। इसके साथ ही TMC नेता ने दावा किया कि पुलिस दो महिलाओं के बचाव में आई थी, हालांकि वायरल वीडियो में कोई भी पुलिसकर्मी नहीं देखा गया था। उन्होंने कहा कि, "पुलिस ने लड़ाई को रोकने की कोशिश की, लेकिन महिलाओं की भीड़ उनपर हावी हो गईं।' गौर करने वाली बात यह है कि शशि पांजा ने बार-बार यह दावा करके यौन उत्पीड़न को महत्वहीन बनाने का प्रयास किया, कि अपराधी भी महिलाएं थीं। उन्होंने कहा कि, "महिलाओं के लिए कानून-व्यवस्था को अपने हाथ में लेना उचित नहीं है, लेकिन उन्हें दो महिलाओं को चोरी का सामान लेकर भागने से भी रोकना था।" TMC नेत्री ने आगे कहा कि, 'वैसे भी, पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और मामला दर्ज कर लिया गया है।' बता दें कि शशि पांजा पश्चिम बंगाल सरकार में महिला एवं बाल विकास और समाज कल्याण मंत्री के रूप में कार्यरत हैं।

क्या है मामला :-

बता दें कि, शुक्रवार (21 जुलाई) को सोशल मीडिया पर एक विचलित करने वाला वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें दो महिलाओं को उन्मादी भीड़ द्वारा नग्न कर पीटा जा रहा था। कथित तौर पर यह घटना 19 जुलाई, 2023 को हुई थी। एक रिपोर्ट के मुताबिक, यह घटना पश्चिम बंगाल के मालदा जिले के पाकुआहाट में हुई। यह क्षेत्र बामनगोला पुलिस स्टेशन के अधिकार क्षेत्र में आता है। रिपोर्ट बताती है कि, दोनों महिलाओं को कथित तौर पर जेब काटने के संदेह में पकड़ा गया था। इसके बाद गुस्साए स्थानीय लोगों की भीड़ ने उन्हें घेर लिया और दोनों की जमकर पिटाई की। 

आरोपियों ने दोनों महिलाओं की साड़ियाँ फाड़ दीं और उन्हें सबके सामने नग्न कर दिया। स्थानीय लोगों ने पीड़ितों के बाल भी खींचे और उन पर जूतों से हमला किया। महिलाओं ने अपने शरीर पर कपड़े बचाने के लिए संघर्ष किया। जैसा कि वीडियो में देखा जा सकता है, कोई भी महिला के बचाव में नहीं आया। रिपोर्ट के मुताबिक, पीड़ित मालदा के मानिकचक गांव के रहने वाले बताए जा रहे हैं। इस मामले पर बोलते हुए बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता अमित मालवीय ने कहा कि दोनों महिलाएं आदिवासी समुदाय से थीं।

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