पुराने समय में काफी कारगर होते थे ये घरेलु नुस्खे

घरेलु नुस्खे काफी पुराने समय से चले आ रहे हैं. ये काफी काम के होते हैं और इससे पको लाभ भी मिलते हैं. कई घरों में आज भी ये नुस्खे अपनाए जाते हैं जो दवाइओं से अच्छा काम करते हैं. आयुर्वेद के अनुसार अनेक बीमारियों को जड़ी-बूंटियों की मदद से ठीक किया जाता है. विज्ञान ने जैसे-जैसे तरक्की की है वैसे-वैसे हम घरेलू उपायों को भूलकर एलोपैथिक दवाओं पर निर्भर हो गए हैं. लेकिन इन दवाइयों के कई सारे साइड इफेक्ट्स होते हैं जो आपके लिए नुक़सानदायाक होते हैं. इसी बीच हम आपको बताने जा रहे हैं कुछ जरुरी पुराने समय में इस्तेमाल किए जाने वाले कारगर घरेलू उपायों बारे में. 

1.हेज़ल प्लांट- हेज़ल के पौधे में एंटी-इंफ्लेमेट्री (anti-inflammatory) गुण होते हैं. इसका इस्तेमाल सौंदर्य प्रसाधनों के लिए पुराने समय से किया जाता रहा है. हेज़ल एक हर्ब होता है जो कि घाव होने, जलने, पिंपल्स होने और मुंहासें होने पर औषधि के रुप में इस्तेमाल किया जाता है. इसमें टैनिन होता है जो कि ब्लड वैसल्स को शांत करता है और शरीर की सूजन को कम करने में उपयोगी होता है.

2.पेट्रोलियम जेली- पेट्रोलियम जेली त्वचा के रुखेपन को दूर करने के साथ-साथ मुंहासों को ठीक करने के लिए भी उपयोगी होती है. इसी के साथ पेट्रोलियम जेली घावों को ठीक करने और खून बहने से रोकने के लिए उपयोगी होता है.पैट्रोलियम जेली के अन्य उपयोगों के बारे में जानने के लिए क्लिक करें.

3.सेब- सेब(apple) दांतों के लिए बहुत उपयोगी होता है. यह दांतों को साफ करता है साथ ही इससे दांतों पर लगे कॉफी के धब्बे और प्लाक भी खत्म हो जाता है. सेब में काफी मात्रा में फाइबर होता है इसलिए इसका सेवन शरीर के लिए लाभकारी होता है साथ ही यह दांतों को प्राकृतिक तरीके से स्क्रब भी करता है. इसलिए सेब के टुकड़े से दांतों को रगड़ना भी लाभकारी होता है.

4.मुलेठी- मुलेठी दांतों के स्वास्थ्य के लिए उपयोगी होती है. यह मुंह की बदबू को दूर करती है और सांसों को ताजगी देती है. मुलेठी त्वचा के रंग को निखारती है और मुंहासों को खत्म करती है साथ ही इसके एंटी-बैक्टीरियल गुण खांसी को भी ठीक करते हैं.

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