प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता अनसूया साराभाई का आज 132वां जन्मदिवस है. इस मौके पर गूगल ने एक खास डूडल बनाकर उनको समर्पित किया है. अनसूया साराभाई का जन्म 11 नवंबर 1885 को अहमदाबाद में साराभाई परिवार में हुआ, जो कि एक उद्योगपति और व्यापारिक लोगों के एक धनी परिवार में से था. लंदन से पढ़ाई कर भारत लौटने के बाद गरीबों की भलाई के लिए काम करना शुरू किया. उन्होंने 36 घंटे की शिफ्ट खत्म करने के बाद थक कर घर लौट रहीं महिला मिल के मजदूरों की दयनीय स्थिति देखी, जिसके बाद उन्होंने मजदूर आंदोलन करने का फैसला किया. सन 1918 में उन्होंने हड़ताल में कपड़ा कामगारों को संगठित करने में मदद की और महीने भर चली इस हड़ताल में वो शामिल रही. अनसूया साराभाई जब नौ साल की थी, तभी उनकी माता-पिता दोनों की मृत्यु हो गई थी. इसलिए उन्हें और उनके छोटे भाई अंबलाल साराभाई और एक छोटी बहन को उनके चाचा के साथ रहने के लिए भेज दिया. अनसूया साराभाई की शादी 13 साल की उम्र में ही हो गई थी. उनका विवाहित जीवन बेहद अल्पकालिक और दुःखद था. सन 1912 में अपने भाई की सहायता से मेडिकल डिग्री के लिए इंग्लैंड चली गईं, लेकिन जब उन्हें पता चला कि एक मेडिकल डिग्री प्राप्त करने में उन्हें जो करना पड़ेगा वो उनके जैन विश्वासों का भी विपरीत था, तभी उन्होंने मेडिकल की पढ़ाई छोड़ लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में प्रवेश किया. इसके बाद गांधी जी ने भी मजदूरों की ओर से हड़ताल करना शुरू कर दिया. उन्होंने जिंदगी भर दूसरों की मदद की. साल 1972 में अनसूया साराभाई दुनिया को अलविदा कह दिया था. जब रोड पर ये अँधा व्यक्ति लोगों को करने लगा परेशान सड़क हादसे से मरी हज़ारों मक्खियां, जाने पूरी घटना "नाम में क्या रखा है साहेब" : तो ह्यूमर रखा है, ह्यूमर