भारत के UNSC सदस्य बनने पर अमेरिका ने दिया बड़ा बयान, पाक-चीन को लगी मिर्ची

वाशिंगटन: भारत को 8 वर्षों में 8 वीं बार संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के अस्थायी सदस्य के रूप में निर्वाचित किया गया है। महासभा के 193 देशों ने बुधवार को वोटिंग में हिस्सा लिया। 184 देशों ने भारत के पक्ष में वोट किया। अमेरिका ने भारत को सुरक्षा परिषद की अस्थायी सदस्यता का स्वागत किया। इसमें कहा गया है कि, 'भारत और अमेरिका विश्व में शांति और सुरक्षा जैसे अहम मुद्दों पर एक साथ काम करेंगे।'

संयुक्त राष्ट्र चार्टर के मुताबिक, भारत को दो सालों के लिए एक अस्थायी सदस्य के तौर पर चुना गया है। भारत के साथ आयरलैंड, मैक्सिको और नॉर्वे को भी अनंतिम सदस्य चुना गया है। भारत द्वारा एक अस्थायी सदस्य चुने जाने के ऐलान के बाद अमेरिका द्वारा एक वक्तव्य जारी किया गया था। अमेरिका ने कहा है कि, 'हम भारत का स्वागत करते हैं और उन्हें बधाई देते हैं। दुनिया में शांति बहाली और सुरक्षा के मुद्दों पर दोनों देश मिलकर काम करेंगे। दोनों देशों के बीच अंतर्राष्ट्रीय रणनीतिक साझेदारी है। हम इसे और आगे ले जाना चाहते हैं। '

हालाँकि, पाकिस्तान भारत की संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की अस्थायी सदस्यता से चिंतित है। वोटिंग से पहले, पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह मोहम्मद कुरैशी ने कहा कि, UNSC में भारत की अस्थायी सदस्यता हमारे लिए चिंता की बात है। भारत ने हमेशा इस मंच से उठाए जाने वाले प्रस्तावों को ठुकराया है।' आपको बता दें कि UNSC में एक अस्थायी सदस्य चुनने का मकसद वहां क्षेत्रीय संतुलन बनाए रखना है। अफ्रीका और एशिया-प्रशांत देशों के लिए निर्धारित की गई दो सीटों के लिए जिबूती, भारत और केन्या तीन प्रत्याशी हैं।

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