सपा-बसपा गठबंधन के बाद अखिलेश का बड़ा बयान, कहा भाजपा से सीखी ये बात

लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती से मुलाकात कर गठबंधन पक्का कर देने के बाद समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रिय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार को कहा है कि भारतोय जनता पार्टी (भाजपा) ने उन्हें दोस्त बनाने की कला सीखा दी है. दिल्ली में मायावती से मुलाकात करने के बाद अखिलेश ने मीडिया से बात करते हुए कहा है, 'मैं धन्यवाद देता हूं कि भाजपा ने मुझे यह सिखाया है कि दोस्त कैसे बनाए जाते हैं.'

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अखिलेश ने कहा है कि, 'उत्तर प्रदेश के लिए ढेरों विकास कार्य करने के बाद भी हमें 2017 में विधानसभा चुनाव में हार झेलनी पड़ी थी.' उन्होंने कहा है कि, 'इस गठबंधन के साथ हमने चुनाव से सम्बंधित गणित का आकलन कर लिया है.' इसके इतर बसपा के साथ सीट बंटवारे के फॉर्मूले के सवाल पर अखिलेश ने जवाब देते हुए कहा है कि दोनों ही पार्टियां एक-दूसरे का पूरा सम्मान करेंगी और उसी के अनुसार सीटों पर चुनाव लड़ेंगी.

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आपको बता दें कि अखिलेश मायावती में 37-37 सीटों पर चुनाव लड़ने को लेकर सहमति बनी है, वहीं उत्तर प्रदेश की कुल 80 सीटों में से 6 सीटें इन्होने अपनी सहयोगी पार्टी के लिए छोड़ी है. सपा-बसपा गठबंधन में कांग्रेस को जगह नहीं दी गई है, लेकिन कांग्रेस का गढ़ मानी जानी वाली अमेठी और रायबरेली पर दोनों पार्टियां उम्मीदवार नहीं उतारेगी.

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