बेंगलुरु हिंसा केस में नागवारा से कांग्रेस पार्षद के पति सहित साठ लोगों को किया गया गिरफ्तार

बीते दिनों बेंगलुरु में जो हिंसा हुई उसको लेकर कई खबरे सामने आती जा रही है. बेंगलुरु हिंसा में कर्नाटक के पूर्व मिनिस्टर और कांग्रेस नेता केजे जॉर्ज के सहयोगी बताए जा रहे कलीम पाशा को हिरासत में ले लिया गया है. बता दें कलीम पाशा नागवारा वार्ड की बीबीएमपी पार्षद इरशाद बेगम के शौहर हैं. जॉइंट कमिश्नर (क्राइम) संदीप पाटिल ने इस संबंध में बताया हैं कि बेंगलुरु हिंसा केस में साठ और लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. अब तक इस केस में 206 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.

बेंगलुरु हिंसा की पड़ताल के लिए 4 टीमें गठित कर दी गई हैं. आपको बता दें कि बेंगलुरु हिंसा में 3 की मृत्यु हुई थी जबकि साठ पुलिसकर्मी घायल हो गए थे. इसके अलावा हिंसा को भड़काने के लिए सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया की भूमिका की भी लगातार पड़ताल चल रही है. कर्नाटक के डेप्युटी मुख्यमंत्री सीएन- अश्वत नारायण के मुताबिक, हिंसा में एसडीपीआई के 4 मेंबर्स की गिरफ्तारी के बाद सरकार इसे बैन करने पर सोच कर रही है. नारायण के दफ्तर से जारी रिलीज के मुताबिक, एसडीपीआई के कई दूसरी घटनाओं में भी शामिल होने के सबूत हैं. इस प्रकार के संगठनों को बैन करने के लिए सरकार सख्त निर्णय लेगी. अवश्य सबूत इकट्ठा करने के बाद सरकार इस संगठन को बैन करने का कदम उठाने वाली है.

बता दें पुलिस ने केस में जो एफआईआर दर्ज की है, उसके अनुसार, 5 लोगों के गैंग ने हथियारों से लैस दो सौ से तीन सौ लोगों की भीड़ का नेतृत्व किया गया था. इनकी प्लानिंग पुलिसकर्मियों को जान से मारने की थी. भीड़ द्वारा पुलिसकर्मियों को मारों, इनको छोड़ो मत, खत्म कर डालो जैसे भड़काऊ नारे भी लगातार लगाए जा रहे थे. हिंसक भीड़ ने हिंसा के वक्त पुलिस को निशाना बनाने के लिए गुरिल्ला जैसी टेकनीक का उपयोग किया था.

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