आगरा में लगातार बढ़ रहे कोरोना के मामले, कुल मरीजों की संख्या हुई 807

आगरा: कोरोना वायरस संकट से उत्तर प्रदेश के आगरा का हाल बेहाल है। आगरा प्रशासन ने सोमवार को कहा है कि गांवों और शहरी केंद्रों के बीच आवागमन 31 मई तक बंद रहेगा, क्योंकि कोरोना के पिछले 24 घंटे में 4 नए मामले दर्ज किए गए हैं और यहां अब तक कुल पीड़ितों की तादाद 807 तक पहुंच गई।

रविवार को पुलिस के प्रवासी मजदूरों की भीड़ को पीछे धकेलने का प्रयास किया, क्योंकि उत्तेजित भीड़ ने कचरे के ढेर में आग लगाने के साथ ही राजमार्ग को जाम कर दिया था। ग्वालियर रोड पर कई ग्रामीणों के साथ वहां उपस्थित सामाजिक कार्यकर्ता सोनवीर सिंह ने मीडिया से बात करते हुए को बताया कि, अधिकांश युवा हैं। वे किसी भी सूरत में अपने घरों तक पहुंचने के लिए बेताब हैं।  उन्होंने कहा कि, कुछ लोगों ने उन्हें बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण मूल रूप से एक शहरी बीमारी है और इससे ग्रामीण क्षेत्र सुरक्षित हैं।

कई लोगों ने स्पष्ट रूप से कहा है कि वे शहरी बस्तियों में वापस नहीं आएंगे चाहे कुछ भी हो जाए। हमारे गांवों में प्रवासियों और मुफ्त राशन की सप्लाई के लिए मनरेगा कार्ड जारी किए जा रहे हैं। जिला मजिस्ट्रेट पीएन सिंह ने कहा कि रविवार को घर लौटने के साथ रिकवरी दर में बहुत सुधार हुआ था, किन्तु कोरोना वायरस का मुकाबला करने की कोशिशों में कोई कसर नहीं छोड़ी जा सकती है। 

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