'60 की उम्र के बाद राजनीति छोड़ देनी चाहिए..', कहने वाले ओडिशा के इस मंत्री की कुर्सी गई

भुवनेश्वर: ओडिशा के मुख्यमंत्री और बीजू जनता दल (BJD) नवीन पटनायक ने बड़ा फैसला लिया है. उन्होंने कैबिनेट से उच्च शिक्षा मंत्री को हटा दिया है. मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) से इस बारे में जानकारी दी गई है. सूत्रों ने जानकारी दी है कि सीएम पटनायक ने गवर्नर गणेशी लाल से मंत्री रोहित पुजारी को हटाने की सिफारिश की थी. उनका विभाग खाद्य तथा आपूर्ति मंत्री अतनु एस नायक को सौंपा गया है. पुजारी दो बार से MLA हैं. हालांकि अभी उन्होंने इस बारे में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.

बता दें कि, रोहित पुजारी रायराखोला विधानसभा क्षेत्र से निर्वाचित हुए थे. जून 2022 में ही उनको मंत्री पद दिया गया था और इस साल जून में ही उनसे यह कुर्सी वापस ले ली गई. इसके पीछे कई वजह बताई जा रहीं हैं, मगर जानकारी मिली है कि मुख्यमंत्री पटनायक 22 मई से 2 जून तक सभी विभागों के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे. इसी दौरान हायर एजुकेशन डिपार्टमेंट में उनकी कई कमियां पाई गईं. उन्होंने इस विभाग का प्रदर्शन सबसे खराब पाया. सीएम पटनायक इस समय एक्शन मोड में दिखाई दे रहे हैं. इससे पहले उन्होंने स्कूल और शिक्षा मंत्री समीर रंजन और श्रम मंत्री श्रीकांत साहू को इस्तीफा देने के लिए कहा था. उनका स्थान सुदाम मरांडी और सारदा प्रसाद नायक को दिया गया.

ओडिशा विधानसभा अध्यक्ष पद से बीके अरुखा को वित्त मंत्रालय सौंपा गया है. कुछ दिनों पहले ही उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष पद से त्यागपत्र दे दिया था. रोहित पुजारी को हटाने के बाद पटनायक के कैबिनेट में 21 मंत्री हैं. बताया जा रहा है कि, पुजारी का एक बयान भी उनके लिए हानिकारक सिद्ध हुआ है. दरअसल, उन्होंने कहा था कि 60 वर्ष से ऊपर के नेताओं को राजनीति छोड़ देनी चाहिए. जबकि उनके प्रदेश में मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की उम्र 76 साल है. प्रधानमंत्री मोदी 72 साल के हैं. इस बयान के बाद पार्टी में उनकी अनदेखी चालु हो गई थी और अटकलें थी कि जल्द ही उनको साइड लाइन कर दिया जाएगा.

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