स्वाइन फ्लू ने दिल्ली में बढ़ाई टेंशन, 15 केस दर्ज, डॉक्टर बोले- असली संख्या ज्यादा

नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच एच1एन1 (स्वाइन फ्लू) के मामलों में वृद्धि हो रही है। बीते 15 दिनों में शहर में 15 से ज्यादा केस दर्ज किए गए हैं। डॉक्टरों और स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि एच1एन1 के लक्षण कोरोना वायरस के समान हैं और ज्यादातर लक्षण वाले लोगों में एच1एन1 की जांच नहीं हो रही है। संक्रमण की वास्तविक संख्या रिपोर्ट की तुलना में ज्यादा हो सकती है।

स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में बीते 15 दिनों में एच1एन1 के 15 नए केस दर्ज किए गए हैं। बता दें कि स्वाइन फ्लू एक मानव श्वसन संक्रमण है, जो सूअरों में शुरू हुए इन्फ्लूएंजा स्ट्रेन के कारण होता है। इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल में वरिष्ठ सलाहकार डॉ राजेश चावला ने कहा है कि हर दिन कम से कम दो से तीन मरीजों में गंभीर एच1एन1 संक्रमण मिल रहा है और ऐसे दो रोगी इस वक़्त ESMO पर हैं। ESMO एक लाइफ सपोर्ट सिस्टम है, जो उन लोगों को काफी समय तक हृदय और श्वसन सहायता प्रदान करती है जिनके हृदय और फेफड़े गंभीर रूप से प्रभावित होते हैं।

चावला ने आगे कहा कि, अगर आपका कोरोना टेस्ट निगेटिव आता है, तो आपको एच1एन1 टेस्ट करना चाहिए, क्योंकि इस बात की काफी अधिक संभावना है कि आप इस वायरस से संक्रमित हों। चूंकि दोनों के लक्षण समान हैं और इसलिए एच1एन1 को आसानी से कोरोना या मौसमी फ्लू समझा जा सकता है। लोग टेस्ट नहीं करवा रहे हैं, इस कारण हमें वास्तविक आंकड़े का पता नहीं चल रहा है। एच1एन1, कोरोना की तरह संक्रामक नहीं है, यह बुजुर्गों, कम इम्युनिटी और पहले से अन्य बीमारियों से ग्रसित लोगों में गंभीर लक्षण दिखाता है।

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