रामनवमी पर ऐसे करें पूजा, पूरी होगी हर मनोकामना

प्रभु श्री राम का जन्म चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को हुआ था. प्रत्येक वर्ष इस दिन को भगवान राम के जन्मदिन के तौर पर मनाया जाता है. प्रभु श्री राम का जन्म मध्याह्न काल के दौरान हुआ था. मध्याह्न जो छह घाटियों (तकरीबन 2 घंटे और 24 मिनट) तक चलता है, राम नवमी पूजा अनुष्ठान करने के लिए सबसे शुभ समय माना जाता है. इस बार राम नवमी गुरुवार, मार्च 30, 2023 को है. 

रामनवमी पूजा विधि:- * स्नान करने के पश्चात् स्वच्छ कपड़े पहनें. * राम नवमी पूजा की शुरुआत प्रभु श्री राम के ध्यान से करें उसके बाद आह्वान करें. * अब हाथों में पांच फूल लें तथा उन्हें प्रभु श्री राम की प्रतिमा के सामने अर्पित करें. * प्रभु श्री राम को आसन अर्पित करं, उसके बाद जल से उनके पैर धोएं. * राम का अभिषेक करते हुए जल चढ़ाएं. फिर अचमन के लिए श्री राम को जल अर्पित करें. * अब शहद और दूध का भोग लगाएं. * प्रभु श्री राम को स्नान के लिए जल चढ़ाएं. फिर पंचामृत यानी दूध, दही, शहद, घी और चीनी के मिश्रण से स्नान कराएं. * श्री राम को नए वस्त्र के रूप में मोली (मोली) चढ़ाएं. उसके बाद श्री राम को यज्ञोपवीत, सुगंध, फूल चढ़ाएं. * अंग पूजा करें उसके बाद श्री राम को धूप, दीप चढ़ाएं. * अब श्री राम को नैवेद्य, फल, सुपारी के साथ पान चढ़ाएं. * अब श्री राम को दक्षिणा (उपहार) चढ़ाएं. * श्री राम की आरती करें. * उसके बाद पुष्पांजलि अर्पित करें. * प्रतीकात्मक प्रदक्षिणा यानी श्री राम के बाएं से दाएं परिक्रमा फूलों से करें. * प्रदक्षिणा के पश्चात्, पूजा के दौरान की गई किसी भी ज्ञात-अज्ञात गलती के लिए श्री राम से क्षमा मांगें. और फिर अपनी मनोकामना पूरी करने की प्रार्थना करें.

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