इस समय देश भर में शादी का माहौल है. लेकिन क्या आपको पता है बारात में दूल्हा घोड़ी पर ही बेठ कर क्यों आता है? अगर नहीं तो आज इस सवाल का जवाब सुन्न लीजिये. दरअसल पौराणिक काल के समय से ही दुल्हन के लिए राजाओ को युद्ध करना पड़ता है. भगवन श्रीराम और देवी सीता के विवाह के समय भी कुछ ऐसी ही स्थिति बन गयी थी. वही श्रीकृष्ण और रुक्मणी के विवाह के दौरान भी कुछ ऐसा ही हुआ था. जिसके बाद दूल्हे को घोड़ी पर बैठाने की परंपरा चलन में आगयी. हालाँकि उस दौरान हाथी का भी इस्तेमाल किया जाता था. लेकिन घोड़े को शौर्य और वीर्यता का प्रतिक मन जाता है. इसी वजह के चलते बारात में दूल्हे की घोड़ी के उप्पर बैठें की परंपरा चलन में आयी. लड़कियों के लिए, शादी से जुड़े तथ्य शादी करने से पहले यह पढ़े