मौसम से जुड़ी समस्याओं को लेकर सरकार ने बनाई ये योजना

नई दिल्ली: आने वाले वर्षों में मौसम पूर्वानुमान को और ज्यादा सटीक बनाने और वक़्त पर इससे जुड़ी जानकारी के प्रसार के लिए केंद्र सरकार ‘पूर्वानुमान सेवाओं के उन्नयन’ नामक एक उप-योजना बनाई है जिससे मौसम बिगड़ने संबंधी भविष्यवाणी में तीन से छह घंटे तक का सुधार हो सकता है। पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के एक अफसर ने बताया, ‘आने वाले वर्षों में मौसम पूर्वानुमान को सटीक तथा असरदायी बनाने तथा वक़्त पर इसकी जानकारी के प्रसारण के लिए योजना पर काम किया जा रहा है।

साथ ही उन्होंने कहा, वायुमंडलीय तथा जलवायु अनुसंधान प्रेक्षण प्रणालियों एवं सेवाओं का प्रतिरूपण (एक्रॉस) योजना के तहत ‘पूर्वानुमान सेवाओं के उन्नयन’ नामक एक उप-योजना बनाई गई है।’ उन्होंने बताया कि इससे नेटवर्क में सुधार तथा संख्यात्मक मॉडलिंग क्षमता में सुधार होगा एवं मौसम पूर्वानुमान को ज्यादा सटीक बनाया जा सकेगा। अफसर ने बताया, ‘मौसम पूर्वानुमान को सटीक बनाने के लिए कृत्रिम बुद्धिमता (एआई) का इस्तेमाल करने पर भी काम चल रहा है। इन कोशिशों से मौसम बिगड़ने संबंधी पूर्वानुमान में तीन से छह घंटे तक का सुधार हो सकता है।’

वही पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय से मिली खबर के अनुसार, ‘पूर्वानुमान सेवाओं के उन्नयन’ की उप-योजना के तहत आधुनिक प्रचालन पूर्वानुमान प्रणाली, बहुआयामी जोखिम पूर्व चेतावनी प्रणाली, गरज तूफान मूल्यांकन, शहरी मौसम विज्ञान सेवा तथा खगोल सेवाओं को विकसित करने एवं उन्नत बनाया जाएगा। इसके अतिरिक्त जल मौसम विज्ञान सेवा तथा पर्यटन पूर्वानुमान सेवाओं को उन्नत बनाने पर कार्य किया जाएगा।

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