उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने 'आत्मनिर्भर भारत' के निर्माण का आह्वान किया

 

नई दिल्ली: उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने आज यह सुनिश्चित करने में साक्ष्य-आधारित नीति निर्माण के महत्व पर जोर दिया कि शासन परिवर्तनों और व्यवधानों का जवाब देता है। उन्होंने बदलती मांगों और आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए नियमित आधार पर नीतियों और कार्यक्रमों पर पुनर्विचार और समायोजन करने की भी वकालत की।

उपराष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति निवास में इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस (आईएसबी) के मध्य-कैरियर पाठ्यक्रम में भाग लेने वालों के साथ बोल रहे थे। बैठक में प्रोफेसर मदन पिल्लुतला, डीन, इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस, श्री डीएनवी कुमार गुरु, निदेशक, बाहरी संबंध, इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस, वरिष्ठ अधिकारी और आईएसबी पब्लिक पॉलिसी प्रोग्राम के प्रतिभागी उपस्थित थे।

उपराष्ट्रपति ने भारतीय अर्थव्यवस्था की उच्च विकास दर के विश्व बैंक और आईएमएफ के अनुमानों का हवाला देते हुए उद्यमियों और निवेशकों के लिए देश की अपार संभावनाओं और संभावनाओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, "यह महत्वपूर्ण है कि सरकार और निजी क्षेत्र वांछित परिवर्तन हासिल करने और एक बेहतर और मजबूत भारत के निर्माण के लिए सहयोग करें।"

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