'राहुल गांधी के आने से चीज़ें बिगड़ने लगी..', कांग्रेस के एक और 40 साल पुराने नेता ने छोड़ी पार्टी

नई दिल्ली: कांग्रेस पार्टी के सबसे दिग्गज नेता और पूर्व सीएम गुलाम नबी आजाद के इस्तीफे के बाद पार्टी को एक और तगड़ा झटका लगा है। अब तेलंगाना कांग्रेस के बड़े नेता और राज्यसभा के पूर्व सांसद एमए खान ने भी पार्टी से त्यागपत्र दे दिया है। खान ने कांग्रेस नेतृत्व और राहुल गांधी पर कई इल्जाम लगाए हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस, देश की जनता को ये समझाने में पूरी तरह से नाकाम रही है कि वह अपनी पुरानी विरासत को दोबारा पा सकती है और देश को पहले की तरह आगे बढ़ा सकती है।

कांग्रेस नेतृत्व को लिखे अपने इस्तीफे में खान ने कहा है कि G23 के दिग्गज नेताओं ने कांग्रेस के कल्याण और भलाई के लिए अपनी आवाज उठाई थी। मगर, पार्टी नेतृत्व ने उनके इस कदम को नकार दिया और उनकी बात को अनदेखा किया। यदि पार्टी ने उन नेताओं (जी23 के नेताओं) पर भरोसा दिखाया होता और उनकी बात को महत्व दिया होता तथा पार्टी के लिए उनकी चिंता को समझा होता, तो शायद आज चीज़ें अलग होतीं। उन्होंने आगे कहा कि मैं अपने छात्र जीवन से ही यानी 40 वर्षों से अधिक समय तक पार्टी से जुड़ा रहा।

एमए खान ने कहा है कि, ‘कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को इस्तीफा देने के लिए विवश किया जाता है। पार्टी हाई कमान के जमीनी कार्यकर्ताओं को दोबारा सक्रीय करने की दिशा में कोई कदम नहीं उठाता और पंडित नेहरू, इंदिरा गांधी, संजय गांधी एवं राजीव गांधी के नेतृत्व, उनकी प्रतिबद्धता और समर्पण के साथ देश की सेवा करने की बात करता है। यह सब देखने के बाद मेरे पास पार्टी को छोड़ने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं था। इसलिए मैं तत्काल प्रभाव से कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से अपना त्यागपत्र दे रहा हूं।’

उन्होंने बताया कि मैंने कांग्रेस इसलिए छोड़ी क्योंकि राहुल गांधी ने पार्टी कमेटी में उपाध्यक्ष का पद ग्रहण किया था। राहुल द्वारा उपाध्यक्ष का पद संभाले जाने के बाद चीजें ख़राब होने लगीं। उनकी अपनी एक अलग विचारधारा है। ब्लॉक स्तर से बूथ स्तर तक उनके विचार किसी भी पार्टी सदस्य से मेल नहीं खाते। खान ने आगे कहा कि, ‘इसी कारण कांग्रेस का पतन हो रहा है। ये सब अब इस हद तक पहुंच गया है कि दशकों तक पार्टी में अपनी सेवा देने वाले और उसको सशक्त बनाने वाले पार्टी के तमाम दिग्गज नेता पार्टी छोड़कर जा रहे हैं। राहुल नहीं जानते कि वरिष्ठ नेताओं के साथ कैसा बर्ताव करना है। बता दें कि एमए खान के साथ-साथ इस साल कांग्रेस के कई बड़े नेताओं ने पार्टी छोड़ दी है। इससे पहले, शुक्रवार को वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता समेत कांग्रेस के सभी पदों से त्यागपत्र दे दिया था।

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