उत्तर प्रदेश पुलिस ने तोड़ा हाथ फिर कहा, पिटाई से बचना है तो कबूल लो मर्डर

कानपुर: देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश से बीते कुछ दिनों में कई अपहरण के मामले सामने आ चुके है. वही इस बीच कानपुर देहात किडनेपिंग केस में असल गुनहगार पकड़ने के जगह पुलिस ने किडनेपिंग होने की जानकारी पर कानपुर से पहुंचे, ब्रजेश के मौसेरे और फुफेरे भाई पर खूब जुर्म ढाया है. दोनों को पकड़कर पुलिस ने जमकर पीटा और कहा, कि कबूल करो कि बृजेश का मर्डर तुम्हीं लोगों ने की है. नहीं तो पिटाई चलती रहेगी.

पुलिस द्वारा किये गए जुल्म की दास्तां बुधवार को अकबरपुर पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे, बृजेश के मौसेरे भाई अखिलेश ने रोते हुए बयां की. चौकी इंचार्ज की पिटाई से उसके सिर व कान मेें भी चोट आई, किन्तु खाकी का दिल नहीं पसीजा. उसने आगे बताया कि चौकी प्रभारी ने बृजेश के फुफेरे भाई का हाथ तोड़ दिया था. ब्रजेश के गुमशुदा होने से लेकर शव बरामद होने तक पुलिस की जांच का दायरा केवल परिजनों तक ही सीमित रहा है.

वही ब्रजेश के गुमशुदा होने की सूचना पर उसके परिजन घर पहुंच गए, तो पुलिस ने उन्हीं को निशाना बनाना आरम्भ कर दिया. कानपुर नगर के बिधनू थाना क्षेत्र के भूमिहर गांव रहवासी मौसेरे भाई अखिलेश ने अपने बयान में बताया की ब्रजेश के लापता होने की सुचना पर 17 जुलाई को चौरा गांव पहुंचा था. दूसरे दिन चौकी इंचार्ज उसे व ब्रजेश के फुफेरे भाई मुकेश को थाने ले गए. वहां उन दोनों को तीन दिनों तक रखा गया. और इसी दौरान उन पर जुल्म किया गया.

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