आधार से जानकारी चुराने में लग जाएंगे 13 अरब साल- UIDAI CEO

आपके आधार कार्ड से जुड़ी तमाम जानकारियां कितनी सुरक्षित है, इसपर सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को सुनवाई की. इस सुनवाई के दौरान यूआईडीएआई के सीईओ अजय भूषण पांडे ने एक प्रजेंटेशन भी पेश की. अपने 80 मिनट के प्रजेंटेशन में उन्होंने कोर्ट के सामने माना कि आधार की व्यवस्था में अभी कुछ कमियां है. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि आधार में दर्ज डाटा पूरी तरह से सुरक्षित है. इस दौरान भूषण ने शीर्ष अदालत को बताया कि, आधार का सारा बॉयोमैट्रिक डाटा 2048 bit एनक्रिप्शन से सुरक्षित है. ऐसे में डाटा को चुरा पाना पूरी तरह से असंभव है.

उन्होंने कहा कि UIDAI एनक्रिप्शन की' को तोड़ने में लगभग 13 अरब साल लग जाएंगे. अपनी प्रेजेंटेशन के दौरान भूषण ने आधार की लगत को लेकर भी कोर्ट के समक्ष अपनी बात रखी. यूआईडीएआई सीईओ के मुताबिक एक आधार कार्ड को बनाने में एक डॉलर से भी कम की लागत आती है. उन्होंने कहा कि, 'बायोमैट्रिक सॉफ्टवेयर हम बाहर से मंगाते हैं लेकिन डेटा कंट्रोल हमारे पास होता है. आधार का सर्वर इंटरनेट से नहीं जुड़ा होता है.'

भूषण ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि, 'हम आधार कार्ड से जुड़ी कोई भी जानकारी किसी से साझा नहीं करते हैं, सिर्फ केवाईसी के लिए ही निजी जानकारी दी जाती है. यहां तक की अगर किसी आधार कार्ड से कोई लेनदेन होता है तो हम UIDAI लोकेशन या लेनदेन के उद्देश्य को इकट्ठा नहीं करते हैं.'

 

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