पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती आज, जिन्होंने सबसे पहले दिया था 'अंत्योदय' का नारा

नई दिल्ली: गरीब और दलित लोगों की आवाज़ और प्रखर राष्ट्रवादी नेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय की आज 106वीं जयंती है, उनका जन्म आज ही के दिन 1916 में हुआ था। पंडित दीनदयाल उपाध्याय, भारतीय जन संघ (BJS) के सह-संस्थापक और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के विचारक थे। 

क्या है अंत्योदय दिवस का उद्देश्य :-

भारतीय सियासत के इतिहास में प्रमुख व्यक्तित्वों में से एक पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती को प्रति वर्ष अंत्योदय दिवस (Antyodaya Diwas) के रूप में मनाया जाता है। उनके जन्म दिवस पर जो प्रति वर्ष अंत्योदय दिवस मनाया जाता है, उसमे अंत्योदय शब्द का मतलब उत्थान है, जो समाज में आर्थिक तौर पर कमजोर वर्ग के लोगों के उत्थान को समर्पित है। इस दिन का उद्देश्य भारत के गरीब और पिछड़े लोगों के विकास की तरफ ध्यान आकर्षित करना है। इसके साथ ही इस दिन समाज और सियासत में उपाध्याय के योगदान के लिए याद करने के लिए भी मनाया जाता है। 

 

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कैसे हुई अंत्योदय दिवस की शुरुआत :-

बता दें कि, पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने प्रथम कार्यकाल के दौरान 25 सितंबर 2014 को पंडित दीनदयाल उपाध्याय की 98वीं जयंती के मौके  पर 'अंत्योदय दिवस' मनाए जाने का ऐलान किया था, जिसे 25 सितंबर 2015 से आधिकारिक तौर पर प्रति वर्ष मनाया जा रहा है। बता दें कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने ही सर्वप्रथम अंत्योदय का नारा दिया था।

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