नई दिल्ली: पूर्व वित्त मंत्री और दिग्गज कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने आज सोमवार को कहा कि चाहे कोई भी प्रधानमंत्री बने, भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा। उन्होंने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को "अतिशयोक्ति का स्वामी" कहा, क्योंकि ऐसा प्रतीत होता है कि उन्होंने इस परिणाम की गारंटी दी है, जबकि सरल गणित के कारण यह पहले से ही होना तय था। बता दें कि, 2014 में जब तत्कालीन पीएम मनमोहन सिंह ने अपनी कांग्रेस सरकार का कार्यकाल पूरा किया था, तब भारत दुनिया की 10वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था था, मौजूदा वक़्त में हमारा देश इस मामले में 5वें पायदान पर है और पीएम मोदी ने दावा किया है कि अगले 2 सालों में भारत दुनिया कि तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। इसको लेकर कांग्रेस के बड़े नेता चिदंबरम ने कहा कि भारत अपनी जनसंख्या के आकार को देखते हुए यह उपलब्धि हासिल करेगा और इसमें "कोई जादू" नहीं है। हालाँकि, पी चिदंबरम ने कोई समय बताने से परहेज किया जिसके भीतर भारत वैश्विक रैंकिंग में तीसरे स्थान पर पहुंच जाएगा। बता दें कि 2024 विश्व अर्थव्यवस्था रैंकिंग के अनुसार, भारत 4.8 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की GDP का दावा करता है, जो संयुक्त राज्य अमेरिका (USA), चीन और जापान से पीछे है, जबकि जर्मनी से बेहद करीब है। 2014 में भारत की GDP लगभग 2 ट्रिलियन डॉलर थी, जो आज दोगुनी हो चुकी है। प्रधानमंत्री मोदी ने देश को 5 ट्रिलियन की इकॉनमी बनाने का भी वादा किया था, जिसके भारत बेहद करीब पहुँच चुका है। अन्य शीर्ष 10 अर्थव्यवस्थाएं जैसे फ्रांस, इटली, ब्राजील, कनाडा और यूके भारत की तुलना में निचले स्थान पर हैं। पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने कहा कि, 'नरेंद्र मोदी अतिशयोक्ति में माहिर हैं। वह अंकगणितीय अनिवार्यता को गारंटी में बदल रहा है। यह अवश्यंभावी है कि भारत (GDP के मामले में) दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। 2004 में, भारत की GDP 12वें स्थान पर थी। 2014 में, यह 7वें स्थान पर पहुंच गई। 2024 में, यह पांचवीं सबसे बड़ी थी। कोई फर्क नहीं पड़ता कि प्रधान मंत्री कौन है, जीडीपी दुनिया में तीसरी सबसे बड़ी बन जाएगी। इसमें कोई जादू नहीं है। हमारी जनसंख्या के आकार को देखते हुए यह एक अंकगणितीय अनिवार्यता है।'' हालाँकि, यहाँ चिदंबरम से आंकड़े पेश करने में गलती हो गई, 2014 में भारतीय अर्थव्यवस्था 7वें नहीं, बल्कि 10वें स्थान पर थी, यानी कांग्रेस सरकार के 10 साल के कार्यकाल में भारत दो पायदान ऊपर चढ़ा है, वहीं 2014 से 2024 में भारत ने 5 पायदानों की छलांग लगाई है। हालाँकि, पी. चिदंबरम ने कहा कि GDP का आकार किसी देश की आबादी की समृद्धि को सटीक रूप से प्रतिबिंबित नहीं करता है। इसके बजाय, उनके अनुसार, प्रति व्यक्ति आय अधिक सटीक संकेतक के रूप में कार्य करती है।कांग्रेस नेता ने कहा, "मेरे विचार में, जीडीपी के बजाय, प्रति व्यक्ति आय समृद्धि का असली पैमाना है। लेकिन भारत उस वैश्विक पैमाने पर बहुत नीचे है।" बता दें कि, आंकड़ों के मुताबिक, 2014 में भारत में प्रति व्यक्ति आय 72800 रुपए सालाना थी, जो 2024 में 2.11 लाख है। बता दें कि, ये वही चिदंबरम हैं, जिन्होंने डिजिटल इंडिया का मज़ाक उड़ाया था, जब केंद्र सरकार ने ऑनलाइन पेमेंट शुरू करने की बात कही थी। उस वक़्त चिदंबरम ने बाकी विपक्षी नेताओं के साथ कहा था कि, कहीं लाइट नहीं है, कहीं इंटरनेट नहीं है, ऐसे में गाँव में बैठा कोई आदमी कैसे डिजिटल पेमेंट कर पाएगा ? लेकिन आज स्थिति ये है कि, छोटा ठेले वाला आदमी भी ऑनलाइन पेमेंट् स्वीकार करता है, और इससे देश की अर्थव्यवस्था को बूस्ट मिला है, क्योंकि पैसा बैंकों के माध्यम से बाजार में घूमता है, वहीं लूट आदि का डर भी कम हो जाता है। बता दें कि, अपनी चुनावी रैलियों के दौरान, मोदी ने आर्थिक विकास को अपनी प्रमुख उपलब्धियों में से एक बताया है। उन्होंने देश से "वादा" किया है कि अगर वह लगातार तीसरी बार जीत हासिल करते हैं तो उनके नेतृत्व में भारत दो पायदान ऊपर चढ़कर दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। MP में दिखा 'महारानी' का अनोखा अंदाज, देखकर लगी लोगों की भीड़ 16 वर्षीय दलित नाबालिग को उठा ले गया 'नाई हारून', बंधक बनाकर रात भर किया बलात्कार और फिर... मुस्लिम परिवार में लिया जन्म, लेकिन नहीं मानती इस्लाम और नहीं चाहिए शरिया कानून..! सुप्रीम कोर्ट पहुंचा मामला