ऐसे शुरू हुआ था शीला दीक्षित का राजनीतिक करियर

दिल्ली की पूर्व सीएम, केरल की पूर्व राज्यपाल और दिग्गज कांग्रेसी नेत्री शीला दीक्षित का आज जन्म दिवस है। शीला दीक्षित का जन्म 31 मार्च,1938 को हुआ था, इन्होंने अपनी शिक्षा दिल्ली के कान्वेंट ऑफ जीसस एंड मैरी स्कूल से ली, बाद में स्नातक और कला स्नातकोत्तर की शिक्षा मिरांडा हाउस कालेज से ली, इनका विवाह प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी तथा पूर्व राज्यपाल व केन्द्रीय मंत्रिमंडल में मंत्री रहे, श्री उमा शंकर दीक्षित के परिवार में हुआ,  इनके पति स्व. श्री विनोद दीक्षित भारतीय प्रशासनिक सेवा के सदस्य रहे थे, इनके दो संतानें हैं, एक पुत्र व एक पुत्री। 

शीला दीक्षित देश की पहली ऐसी महिला मुख्यमंत्री हैं जिन्होंने लगातार तीन बार मुख्यमंत्री पद संभाला। इनको 17 दिसंबर,2008 में लगातार तीसरी बार दिल्ली विधान सभा के लिये चुना गया था। 2013 में हुए विधान सभा चुनाव में कांग्रेस को मिली हार के बाद उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा। शीला दीक्षित दिल्ली की दूसरी महिला मुख्य मंत्री थीं ,2017 के उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव में कांगेस पार्टी की मुख्यमंत्री पद लिये उम्मीदवार घोषित की गई है। शीला दीक्षित ने केन्द्रीय सरकार में 1986 से 1989 तक मंत्री पद भी ग्रहण किया था। पहले ये, संसदीय कार्यों की राज्य मंत्री रहीं, तथा बाद में, प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री रहीं। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस समिति की अध्यक्ष के पद पर, 1998 में कांग्रेस को दिल्ली में अभूतपूर्व विजय दिलायी, 2008 में हुये विधान सभा चुनावों में शीला दीक्षित के नेतृत्व में कांग्रेस ने 70 में से 43 सीटें जीती।

शीला दीक्षित ने महिला उत्थान के लिये अथक प्रयास किये हैं।शीला दीक्षित ने संयुक्त राष्ट्र संघ की महिला स्तर समिति में भारत का प्रतिनिधित्व भी पांच वर्षों (1984 - 89) तक किया। शीला दीक्षित ने उत्तर प्रदेश में अपने 82 साथियों के साथ अगस्त 1990 में 23 दिनों की जेल यात्रा की थी, जब वे महिलाओं पर समाज के अत्याचारों के विरोध में उठ खड़ी हुईं थी, 1970 में, वे यंग विमन्स असोसियेशन की अध्यक्षा भी रहीं, शीला दीक्षित इंदिरा गाँधी स्मारक ट्रस्ट की सचिव भी हैं,इस ट्रस्ट ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपना स्थान बनाया है, यही ट्रस्ट शांति, निशस्त्रीकरण के लिये इंदिरा गाँधी पुरस्कार देता है, व विश्वव्यापी विषयों पर सम्मेलन आयोजित करता है। वहीं वर्ष 2019 के 20 जुलाई को शीला जी ने इस दुनिया को अलविदा बोल दिया, उनके जन्मदिवस पर हमारी तरफ से कोटि- कोटि नमन... 

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