इसरो का अब तक का सबसे भारी उपग्रह

बेंगलुरु: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) जल्द ही देश का सबसे वजनी कम्युनिकेशन सैटेलाइट जीसैट-11 लांच करेगा. खबर के अनुसार सैटेलाइट जीसैट-11 लॉन्च होने के बाद सरकार के ‘डिजिटल इंडिया’ अभियान को आगे बढ़ाने में खासा मददगार साबित होगा. इसे साउथ अमेरिकी आइलैंड फ्रेंच गुयाना से एरियन-5 रॉकेट के जरिए लॉन्च किया जाएगा. इसकी कामयाब लॉन्चिंग से हमारे पास खुद का सैटेलाइट बेस्ड इंटरनेट भी हो जाएगा. इससे हमारी इंटरनेट स्पीड भी बढ़ जाएगी. दरअसल यह इसरो के इंटरनेट बेस्ड सैटेलाइट सीरीज का हिस्सा है. इसका मकसद इंटरनेट स्पीड को बढ़ाना है. इसके तहत अंतरिक्ष में 18 महीने में तीन सैटेलाइट भेजे जाने हैं. पहला सैटेलाइट जीसैट-19 बीते साल जून में भेजा जा चुका है.

बता दे की जीसैट-11 को इस साल जनवरी में और जीसैट-20 को साल के आखिरी तक भेजने की योजना है. ये तीनों मल्टिपल स्पॉट बीम टेक्नोलॉजी पर काम करेगा. इसरो के अनुसार फिलहाल जीसैट-11 को प्रक्षेपण केंद्र भेजने की तैयारियां चल रही हैं. इस सैटेलाइट को करीब 500 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया गया है. कहा जा रहा है कि भारत ने अब तक जितने संचार सैटेलाइट छोड़े हैं, अकेले जीसैट-11 की क्षमता उन सबके बराबर है. यह इंटरनेट सेवाएं देने वाला देश का पहला सैटेलाइट होगा और माना जा रहा है कि भारत में सैटेलाइट आधारित इंटरनेट सेवाओं के विस्तार में इससे क्रांतिकारी बदलाव आएगा. 

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