पटना: विवादों में घिरे बिहार के मंत्री कार्तिकेय सिंह (Kartikeya Singh) ने कल यानी बुधवार 31 अगस्त को अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। जी हाँ और कार्तिकेय शर्मा को लेकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) लगातार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) और महागठबंधन पर दबाव बना रही थी। आपको बता दें कि कार्तिकेय सिंह के इस्तीफे के बाद भाजपा ने एक बार फिर बिहार में सत्तारूढ़ महागठबंधन (Mahaghathbandhan) पर हमला बोला है। वहीं भाजपा सांसद और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी (Sushil Modi) ने इस पर चुटकी भी ले ली है। उन्होंने कहा, 'अभी तो पहला ही विकेट गिरा है, आने वाले समय में कई और गिरेंगे।' इसी के साथ सुशील मोदी ने कहा, 'कार्तिकेय कुमार ने कल रात इस्तीफा दे दिया, उनके खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट (Arrest Warrant) था। हालाँकि आत्मसमर्पण की बजाय उन्होंने मंत्री पद की शपथ ली और लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) के दबाव में उन्हें कानून मंत्री बना दिया गया। अभी यह पहली विकेट है, भविष्य में कई और विकेट गिरेंगे।' Koo App नीतीश जी में इतनी हिम्मत नहीं थी की वे अपहरण मामले में फ़रार कार्तिक कुमार को बर्खास्त कर पाते? केवल विभाग बदल दिया। लालू की अनुमति की बिना पत्ता भी नहीं हिल सकता। View attached media content - Sushil Kumar Modi (@sushilmodi) 31 Aug 2022 आप सभी को पता हो कि कार्तिकेय सिंह को लेकर भाजपा शुरू से ही मुखर रही है। महागठबंधन की नीतीश कुमार सरकार में कार्तिकेय सिंह को कानून मंत्री बनाया गया, विवादों के बाद उनका विभाग बदलकर उन्हें गन्ना उद्योग मंत्रालय की जिम्मेदारी सौपी गई। जी दरअसल बीते बुधवार देर शाम उन्होंने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनका इस्तीफा स्वीकार करके, राज्यपाल के पास भेज दिया। आप सभी को पता हो कि किडनैपिंग के एक मामले में कथित संलिप्तता के बावजूद कार्तिकेय कुमार को मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने की विपक्षी भाजपा ने जमकर आलोचना की थी। नमामि गंगे प्रोजेक्ट पर बवाल, हाई कोर्ट ने विभागों को लगाई लताड़, मांगा खर्चे का हिसाब अपने घर सारा ने स्थापित किये गणपति बप्पा, मां अमृता संग शेयर की तस्वीरें जिन्हे जेल जाना था, उन्हें नितीश ने कानून मंत्री बना दिया।।, बवाल के बाद कार्तिक ने दिया इस्तीफा