नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रहमण्यम स्वामी ने जम्मू - कश्मीर के मसले पर अपना बयान दिया है। इस दौरान उन्होंने कहा कि राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाया जाना जरूरी है। राज्य में हालात ही ऐसे हो चुके हैं जिसके कारण राष्ट्रपति शासन लगाना जरूरी है। उन्होंने पीडीपी - भाजपा गठबंधन वाली सरकार को लेकर कहा कि सरकार जो कोशिकश कर रही थी वह नाकाम रही। इस मामले में सुब्रह्मण्यम स्वामी ने एआईएमआईएम के नेता असदुद्दीन ओवैसी का विरोध किया और कहा कि वे राष्ट्रहित में कार्य नहीं कर रहे हैं। उन्होंने इस बात को कहकर एक नई बहस छेड़ दी है कि भारतीय मुसलमानों के पूर्वज हिंदू ही थे। ऐसे में एक बार फिर उत्तर प्रदेश चुनाव के पहले सुब्रह्मण्यम स्वामी स्वामी द्वारा सांप्रदायिक वक्तव्य देने की बात सामने आ रही है। स्वामी बोले मैं अरुण जेटली से बेहतर वित्त मंत्री साबित होता