राजनीति में अपराधीकरण रोकने के शीर्ष अदालत के आदेश का सख्ती से पालन करेंगे- ओ पी रावत

नई दिल्ली: मुख्य निर्वाचन आयुक्त ओ पी रावत ने बुधवार को कहा कि राजनीति से अपराधीकरण हटाने के सुप्रीम कोर्ट के हालिया निर्णयों का सख्ती से पालन किया जाएगा और उम्मीदवारों को उनके हलफनामे में उनके खिलाफ आपराधिक मामलों के चरणों का स्पष्ट रूप से उल्लेख करना होगा. सीईसी ने सितंबर में शीर्ष अदालत के आदेश का जिक्र करते हुए संवाददाताओं से कहा कि उम्मीदवारों के हलफनामे तुरंत चुनाव आयोग की वेबसाइट पर अपलोड किए जाएंगे.

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मिजोरम और चार अन्य राज्यों में अगले दो महीनों में मतदान होने जा रहे हैं. इसी को लेकर सीईसी दो निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा और अशोक लवासा और चार वरिष्ठ अधिकारीयों के साथ मिजोरम में 28 नवंबर विधानसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा करने पहुंचे थे. उल्लेखनीय है कि सुप्रीम कोर्ट ने 25 सितंबर को कहा था कि राजनीति का आपराधिकरण देश के लोकतंत्र पर हमला है. 

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इससे पहले मंगलवार को सीईसी के तहत (चुनाव आयोग) ईसी की टीम ने 28 नवंबर को 40 सदस्यीय मिजोरम असेंबली को एक दिन के लिए मतदान के लिए तैयारी के हिस्से के रूप में विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों और प्रशासनिक नागरिकों के नागरिकों के साथ बातचीत की थी. सीईसी ने कहा कि संदिग्ध लेनदेन का पता लगाने के लिए उम्मीदवारों के बैंक खातों पर एक कड़ी नज़र रखी जाएगी. 

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