विपक्षी दलों की बैठक में जमकर बनी रणनीति, लेकिन सीएम केजरीवाल को कांग्रेस से क्या मिला ?

पटना: आपसी मनमुटाव भुलाकर आज बिहार की राजधानी पटना में 15 विपक्षी पार्टियों की बड़ी मीटिंग हुई. 1 अणे मार्ग पर हुई इस बैठक में अगले साल यानी 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर विपक्ष के 30 से अधिक नेताओं ने भाजपा के खिलाफ रणनीति पर चर्चा की. कांग्रेस सूत्रों के अनुसार, दिल्ली में प्रशासनिक सेवाओं पर नियंत्रण से संबंधित केंद्र सरकार के अध्यादेश के खिलाफ अब आम आदमी पार्टी (AAP) को कांग्रेस का समर्थन प्राप्त हो गया है.

सूत्रों ने जानकारी दी है कि मीटिंग में कांग्रेस ने AAP संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को समझाया कि उच्च सदन में जब भी अध्यादेश का मामला आएगा, तब हम सभी समान विचारधारा वाले दल मिलकर आम सहमति से फैसला कर लेंगे. कांग्रेस सूत्रों के अनुसार, पार्टी की इस बात से अरविंद केजरीवाल संतुष्ट दिखाई दिए. विपक्षी दलों की इस बैठक के बाद अब राज्यवार बैठकों का सिलसिला आरम्भ होगा, उन दलों के बीच जिसका जहां पकड़ है. एक सब ग्रुप भी बनाया जा सकता है. उसकी अगुवाई या संयोजन का जिम्मा नीतीश कुमार या NCP प्रमुख शरद पवार जैसे वरिष्ठ नेता को मिल सकता है, क्योंकि हर बार सभी नेताओं का एक साथ आना सम्भव नहीं है. हालांकि, इसकी ऐलान आज की जाएगी या बाद में, यह अभी पक्का नहीं है.

बता दें कि नीतीश कुमार के आवास पर लगभग ढाई घंटे तक यह बैठक चली. बैठक में लोकसभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ रणनीति पर मंथन हुआ. सूत्रों की मानें तो मीटिंग के दौरान लालू यादव ने साफ़ कहा कि सीटों की तादाद पर राज्य स्तर पर ही समझौता हो जाना चाहिए. यानी, जिस सूबे में जो जितना मजबूत उसकी उतनी दावेदारी. इस मीटिंग से पहले राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा नफरत-हिंसा फैलाकर देश को तोड़ रही है. 

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