टूटे दिलों के लिए शायरियां

1. डूबे हुए से हैं मझधार में, न कश्ती है न सहारा मिलता है, जिंदगी के इस समंदर में बस मौत ही एक किनारा मिलता है.

2. तेरा दिया जख्म आज भी नासूर क्यों है? मुझको बता ए जिंदगी मेरा कसूर क्या है? पल भर की ख़ुशी देके ताउम्र गम दिए, कुछ तो समझ में आये, तेरा दस्तूर क्या है?

3. डूबे हुए से रहते हैं न कश्ती मिलती है न किनारा मिलता है, एक ऐसा समंदर हैं जिंदगी जहाँ मौत ही किनारा मिलता है.

4. न जी ही पा रहे है, न मौत ही है आती न जाने दिल में ये कैसी ख्वाहिशें हैं जागी, ये जिंदगी की राहें हैं, गुमशुदा सी जैसे न जाने मेरी खुशियाँ है किस ओर को भागी.

5. न गम रहा कोई न कोई दर्द ही आज है हर पल अब तो खुशियों का आगाज़ है, सीख लिया है जब से धोखे और झूठ का खेल तब से हर पल जिंदगी का हमारा खुशमिजाज है.

6. जरूरत तक ही अपना बना कर रखती है वक़्त आने पर ये दुनिया विश्वास तोड़ देती है, बेवफा तो ये जिंदगी भी है यारों मौत आने पर ये भी साथ छोड़ देती है.

7. परेशानियों का हर लम्हा खुशियाँ लूटता है, जिंदगी ख्वाब है ऐसा जो मौत आने पर ही टूटता है.

8. दिल में जो दर्द है उसकी आवाज नहीं आती लबों पे तुमसे मिलने की फ़रियाद नहीं आती, जबसे सिखा दिया तुमने जिंदगी जीने का अंदाज हमें आँख भर तो जाती है मगर बह नहीं पाती.

क्या सुना है कभी 'हुओ लियो' ट्रीटमेंट के बारे में ?

कौनसा असली और कौनसा नकली, चीन ने किया इन सबको कॉपी

मुर्गे को लेकर क्यों है इन दो राज्यों में लड़ाई ?

Related News