Bank Fixed Deposit या Post Office Time Deposit, जानिये क्या है बेहतर

हर व्यक्ति जो कमाई कर रहा है वो चाहता है कि अपने खर्च के बाद बचत का एक हिस्सा कहीं निवेश करे जिससे उसका निवेश सुरक्षित भी रहे और निवेश की गई रकम से कुछ आय भी प्राप्त हो ऐसे में Fixed Deposit (FD) अधिकतर लोगों की पहली पसंद होती है। इसके अलावा  एफडी (FD) में निवेश के लिए लोग इसलिए भी जाते हैं क्योंकि यह जोखिम रहित होता है। इसकी अलावा मौजूदा समय में बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट के अलावा पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट भी निवेश के लिए अच्छा विकल्प है। यदि आप बचत के लिए फिक्सड डिपॉजिट स्कीम में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो आपके पास Bank Fixed Deposit और Post Office Time Deposit दोनों विकल्प मौजूद हैं। हम इस खबर में आपको इन दोनों के बारे में निवेश से जुड़ी जानकारी दे रहे हैं।

Bank Fixed Deposit

बैंक में एफडी की समयावधि 7 दिन से शुरू है और अधिकतम 10 साल है। बैंक एफडी किसी भी बैंक में खोला जा सकता है। ज्यादातर बैंक में ऑनलाइन एफडी अकाउंट का भी विकल्प मौजूद है। ऑनलाइन एफडी खोलने से पहले बैंकर से न्यूनतम और अधिकतम राशि, दस्तावेज आदि की जानकारी ले लें। हालांकि, अलग-अलग बैंकों की एफडी पर ब्याज दर अलग होती है। बैंक के एफडी रेट्स की जानकारी उनकी वेबसाइट से ली जा सकती है। फिलहाल, हाल-फिलहाल तमाम बैंक अपनी जमा दरों (FD) में लगातार कटौती कर रहे हैं। SBI फिलहाल सामान्य नागरिकों को 6 फीसद की दर से ब्याज दे रहा है। वहीं अगर बात एक्सिस बैंक की करें तो यह एफडी पर 6.50% की दर से ब्याज दे रहा है। बैंक ऑफ बड़ौदा 6.25 फीसद की दर से ब्याज दे रहा है।

Post Office Time Deposit

डाकघर में 1 साल, 2 साल, 3 साल और 5 साल का विकल्प है। अब यह आपको तय करना है कि आप कितने टेन्योर का विकल्प चुनना चाहते हैं। सुरक्षा की दृष्टि से बात करें तो पोस्ट ऑफिस डिपॉजिट में आपकी जमा राशि की सुरक्षा अधिकतम है क्योंकि इस पर सारकार गारंटी देती है। डाकघर में टाइम डिपॉजिट अकाउंट कम से कम 1000 रुपये से खोला जा सकता है। इसके अलावा अधिकतम राशि जमा करने की कोई सीमा नहीं है। इसमें सिंगल और ज्वॉइंट अकाउंट दोनों की सुविधा है। यदि उम्र 10 साल से ज्यादा है तो माइनर के नाम से भी अकाउंट खुल जाता है और उसके एडल्ट होने तक देख रेखे अभिभावक को करना होता है। इस स्कीम में 5 साल के लिए किया गया निवेश टैक्स बेनेफिट के लिए योग्य होता है और इनकम टैक्स एक्ट 1961 के धारा 80C के तहत छूट ली जा सकती है। इसके अलावा इसमें चेक और कैश दोनों में खाता खुलवा सकते हैं। इसके अलावा एक पोस्ट ऑफिस में खोला गया अकाउंट दूसरे में ट्रांसफर करने की सुविधा है।

सेबी रजिस्टर्ड इन्वेस्टमेंट एडवाइजर, और सर्टिफाइड फाइनेंशियल प्लानर मनिकरण सिंघल ने कहा, 'रिटर्न और टैक्सेशन के हिसाब से देखा जाए तो दोनों बराबर ही हैं, भिन्नता यह है कि बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट एक समय तक ही सुरक्षित है, जैसे बजट में सरकार ने इसे 1 लाख से बढ़ाकर 5 लाख कर दिया है। वहीं पोस्ट ऑफिस में पूरा पैसा सेफ है, हां, यदि ब्याज की बात करें तो जरूर बैंक की तुलना में पोस्ट ऑफिस में ब्याज दर अभी ज्यादा है।वहीं, फाइनेंशियल एडवाइजर जितेन्द्र सोलंकी का कहना है कि हाल के समय में पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट बैंक एफडी की तुलना में ज्यादा ब्याज दे रहा है। बाकी दोनों निवेश विकल्पों में लगभग सभी चीज समान है, इसलिए निवेश के लिहाज से पोस्ट ऑफिस में निवेश करना सही रहेगा।

पोस्ट ऑफिस में 1 साल से 5 साल की जमा पर ब्याज

अवधि ब्याज दरें

1 साल 6.9%

2 साल 6.9%

3 साल 6.9​%

5 साल 7.7​%

पैसा कितना सुरक्षित बैंक में 5 लाख तक की जमा पर सुरक्षा की गारंटी मिलती है। बैंक आपके पैसे का उपयोग अपने कारोबार में लगाते हैं। डाकघर में आपके 100 फीसदी निवेश पर सुरक्षा की गारंटी मिलती है।

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