नई दिल्ली: पीएम नरेंद्र मोदी और सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के बीच आज सोमवार को प्रतिनिधिमंडल स्तर की द्विपक्षीय चर्चा हुई, जिसमे कई मुद्दों पर बातचीत की गई और कई मुद्दों पर दोनों देशों में सहमत भी बनी। इसके बाद पीएम मोदी ने कहा कि 'भारत के लिए सऊदी अरब उसके सबसे महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदारों में से एक है और पूरे क्षेत्र में शांति और स्थिरता के लिए दोनों देशों के बीच आपसी सहयोग महत्वपूर्ण है।' उन्होंने कहा कि बातचीत के दौरान उन्होंने अपनी साझेदारी को अगले स्तर पर ले जाने के लिए कई पहलों की पहचान की है जो हमारे संबंधों को नई ऊर्जा और दिशा प्रदान करेगी। पीएम मोदी ने कहा कि, 'भारत के लिए, सऊदी अरब उसके सबसे महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदारों में से एक है। दुनिया की दो बड़ी और तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं के रूप में, हमारा आपसी सहयोग पूरे क्षेत्र में शांति और स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण है। हमारी बातचीत में, हमने हमारी साझेदारी को अगले स्तर पर ले जाने के लिए कई पहलों की पहचान की। आज की बातचीत हमारे संबंधों को नई ऊर्जा और दिशा प्रदान करेगी। इससे हमें मानवता के कल्याण के लिए मिलकर काम करने की प्रेरणा मिलेगी।' भारत-मध्य पूर्व-यूरोप रेल-जहाज गलियारे (IMEC) के बारे में बात करते हुए, पीएम मोदी ने कहा कि ''यह न केवल दो देशों को जोड़ेगा बल्कि एशिया, पश्चिम एशिया और यूरोप के बीच आर्थिक विकास और डिजिटल कनेक्टिविटी प्रदान करने में भी मदद करेगा।'' उन्होंने कहा कि, ''कल, हमने भारत, पश्चिम एशिया और यूरोप के बीच एक ऐतिहासिक आर्थिक गलियारा शुरू करने का निर्णय लिया है। यह गलियारा न केवल दो देशों को जोड़ेगा बल्कि एशिया, पश्चिम एशिया और यूरोप के बीच आर्थिक विकास और डिजिटल कनेक्टिविटी प्रदान करने में भी मदद करेगा।'' पीएम मोदी ने क्राउन प्रिंस की तारीफ करते हुए कहा कि, आपके नेतृत्व और विज़न 2030 में, सऊदी अरब ने जबरदस्त आर्थिक विकास देखा है।'' वहीं, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बताया कि चर्चा के एजेंडे में ऊर्जा सुरक्षा, व्यापार और निवेश, रक्षा और सुरक्षा, स्वास्थ्य देखभाल, खाद्य सुरक्षा, संस्कृति और सामुदायिक कल्याण मुद्दों सहित अन्य द्विपक्षीय सहयोग के व्यापक मुद्दे शामिल हैं। विदेश मंत्रालय ने एक ट्वीट करते हुए लिखा कि, 'पीएम नरेंद्र मोदी और सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस और पीएम, HRH प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने भारत-सऊदी स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप काउंसिल के नेताओं की पहली बैठक की। एजेंडा में ऊर्जा सुरक्षा, व्यापार और निवेश, रक्षा और सुरक्षा, स्वास्थ्य देखभाल, खाद्य सुरक्षा, संस्कृति और सामुदायिक कल्याण के मुद्दे सहित द्विपक्षीय सहयोग के व्यापक क्षेत्र शामिल थे।' बता दें कि, यह बैठक दिल्ली में G20 शिखर सम्मेलन के समापन के एक दिन बाद हुई। सऊदी प्रिंस की यात्रा भारत की एक दिवसीय राजकीय यात्रा का हिस्सा है, जहां वह पीएम मोदी के साथ रणनीतिक साझेदारी परिषद के नेताओं की उद्घाटन बैठक की सह-अध्यक्षता भी करने वाले हैं। सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस का राष्ट्रपति भवन में औपचारिक स्वागत किया गया और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और पीएम मोदी ने उनका स्वागत किया। क्राउन प्रिंस, जो सऊदी अरब के प्रधान मंत्री भी हैं, ने सप्ताहांत में दिल्ली में G20 शिखर सम्मेलन में भाग लिया। विदेश मंत्रालय (MEA) के एक बयान के अनुसार, उनका राजकीय दौरे पर सोमवार (11 सितंबर) तक भारत में रहने का कार्यक्रम था। औपचारिक स्वागत के बाद बोलते हुए, प्रिंस सलमान ने G20 शिखर सम्मेलन के लिए भारत को बधाई दी और कहा कि बैठक के दौरान कई घोषणाएं की गईं, जिससे G20 देशों को लाभ होगा। क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान बिन अब्दुलअज़ीज़ अल सऊद ने कहा कि, 'मैं यहां भारत आकर बहुत खुश हूं। मैं G20 शिखर सम्मेलन के लिए भारत को बधाई देना चाहता हूं, कई घोषणाएं की गई हैं जिनसे G20 देशों और दुनिया को लाभ होगा। हम दोनों देशों के लिए एक महान भविष्य बनाने के लिए मिलकर काम करेंगे।" बता दें कि, फरवरी 2019 में अपनी पहली यात्रा के बाद, क्राउन प्रिंस की यह भारत की दूसरी राजकीय यात्रा है। उनके साथ मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों का एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी आया है। इस बीच, दिल्ली में भारत और सऊदी अरब के बीच भारत-सऊदी निवेश समझौते के तहत कई समझौता ज्ञापनों (MoU) पर भी हस्ताक्षर किए गए हैं। यह यात्रा अक्टूबर 2019 में प्रधान मंत्री मोदी की सऊदी अरब यात्रा के बाद हुई है, जिसके दौरान दोनों देशों ने एक द्विपक्षीय तंत्र, रणनीतिक साझेदारी परिषद की स्थापना की थी। बता दें कि प्रिंस सलमान की राजकीय यात्रा के बीच, भारतीय-सऊदी निवेश फोरम नई दिल्ली में आयोजित किया जा रहा है। आ रही दिवाली, पटाखों पर प्रतिबन्ध लगाने का सिलसिला शुरू, सबसे पहले केजरीवाल सरकार ने किया ऐलान 'विकास की पोल खुल गई, बारिश में धुल गया G20..', जब भारत रच रहा था इतिहास, तब नकारात्मक राजनीति कर रहे थे विपक्षी नेता, Fact Check 370 का समर्थक, CAA का विरोधी..! कौन है क्रिस्टोफ जैफरलॉट ? पेरिस में जिसके साथ बैठे दिखे राहुल गांधी