आज संपूर्ण भारत में बसंत पंचमी का पर्व मनाया जा रहा है। यह पर्व वसंत ऋतु में पंचमी के दिन मनाया जाता है। इस उत्सव के दिन 'मां सरस्वती' का पूजन किया जाता है। जी दरअसल इस दिन को माँ सरस्वती के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। आप सभी को हम यह भी बता दें कि इस दिन शुभ्रवसना, वीणावादिनी, मंद-मंद मुस्कुराती, हंस पर विराजमान होकर मां सरस्वती मानव जीवन के अज्ञान को दूर कर ज्ञान के प्रकाश से आलोकित करती हैं। अब आज हम आपको बताने जा रहे हैं माँ सरस्वती की आरती। इस आरती से आप माँ को खुश कर सकते हैं। माँ सरस्वती की आरती- जय सरस्वती माता, मैया जय सरस्वती माता। सदगुण वैभव शालिनी, त्रिभुवन विख्याता॥ ॥ जय सरस्वती माता।।।॥ चन्द्रवदनि पद्मासिनि, द्युति मंगलकारी। सोहे शुभ हंस सवारी, अतुल तेजधारी॥ ॥ जय सरस्वती माता।।।॥ बाएं कर में वीणा, दाएं कर माला। शीश मुकुट मणि सोहे, गल मोतियन माला॥ ॥ जय सरस्वती माता।।।॥ देवी शरण जो आए, उनका उद्धार किया। पैठी मंथरा दासी, रावण संहार किया॥ ॥ जय सरस्वती माता।।।॥ विद्या ज्ञान प्रदायिनि, ज्ञान प्रकाश भरो। मोह अज्ञान और तिमिर का, जग से नाश करो॥ ॥ जय सरस्वती माता।।।॥ धूप दीप फल मेवा, माँ स्वीकार करो। ज्ञानचक्षु दे माता, जग निस्तार करो॥ ॥ जय सरस्वती माता।।।॥ माँ सरस्वती की आरती, जो कोई जन गावे। हितकारी सुखकारी, ज्ञान भक्ति पावे॥ ॥ जय सरस्वती माता।।।॥ जय सरस्वती माता, जय जय सरस्वती माता। सदगुण वैभव शालिनी, त्रिभुवन विख्याता॥ सीधी हादसे में अबतक 38 लोगों की गई जान, अमित शाह ने की सीएम शिवराज से चर्चा 18 मई से खुल जाएंगे बद्रीनाथ धाम के कपाट, महाशिवरात्रि पर 'केदारनाथ' को लेकर होगा फैसला नाबालिग का बलात्कार करने वाले प्रिंसिपल को सजा-ए-मौत, गर्भवती हो गई थी 11 साल की मासूम