26 जनवरी को पूरा भारत गणतंत्र दिवस मनाता है. यह सिलसिला 1950 में चला आ रहा और इस साल देश 70वां गणतंत्र दिवस मनाने जा रहे हैं. 26 जनवरी 1950 को देश का संविधान लागु हुआ जिसके बाद इस उपलक्ष्य पर भारत यह पर्व मनाता है. लेकिन आपको बता दें, 26 जनवरी का दिन इतिहास में भारत के लिए अन्य वजहों से भी खास रहा है. आज हम उन्हीं खास वजहों को बताने जा रहे हैं जिसके बारे में आप कुछ ही जानते होंगे. 1930- ब्रिटिश शासन के अंतर्गत भारत में पहली बार स्वराज दिवस मनाया गया. 1931- 'सविनय अवज्ञा आंदोलन' के दौरान ब्रिटिश सरकार से बातचीत के लिए महात्मा गांधी रिहा किए गए थे. 1949- संविधान सभा के अध्यक्ष डॉ. राजेन्द्र प्रसाद को भारत का संविधान सुपूर्द किया. इस दिन भारत का संविधान बनकर तैयार हुआ था. 1950- भारत एक संप्रभु लोकतांत्रिक गणराज्य घोषित हुआ और भारत का संविधान लागू हुआ. अशोक स्तंभ को राष्ट्रीय प्रतीक चिह्न के रूप में अपनाया गया. 1963- मोर के अद्भुत सौंदर्य के कारण भारत सरकार ने 26 जनवरी को इसे राष्ट्रीय पक्षी घोषित किया. 1972- दिल्ली के इंडिया गेट पर राष्ट्रीय स्मारक अमर जवान ज्योति को स्थापित किया गया। जानिए विश्व इतिहास में कैसे महत्वूपर्ण है 26 जनवरी 1666- फ्रांस ने इंग्लैड के खिलाफ युद्ध की घोषणा की. 1845- ब्रिटिश जनरल चार्ल्स गार्डन सूडान में मारे गए. 1931- हंगरी और ऑस्ट्रिया ने ‘शांति संधि’ पर हस्ताक्षर किए. 1934- जर्मनी और पौलैंड के बीच दस वर्षीय अनाक्रमण संधि हुई. 1981- वायुदूत हवाई सेवा की शुरुआत हुई। 1990- रोमानिया के उपराष्ट्रपति डी. माजिलू ने इस्तीफा दिया. 1999- महिलाओं के यौन शोषण पर विश्व सम्मेलन का ढाका (बंगलादेश) में आयोजन. 2000- कोंकण रेलवे परियोजना पूर्ण हुई और प्रथम यात्री गाड़ी चलाई गयी. 2004- ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ ने माइक्रोसॉफ्ट अध्यक्ष बिल गेट्स को ‘नाइट’ की उपाधि प्रदान करने की घोषणा की. 2006- फिलीस्तीन में हुए चुनावों में हमास ने ज़्यादातर सीटों पर कब्जा किया. गणतंत्र दिवस 2019: 90 मिनिट की होगी परेड, दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति होंगे मुख्य अतिथि इन ख़ास शायरी और संदेशों से आप दे सकते हैं अपनों को गणतंत्र दिवस की बधाई