इस भारतीय क्रिकेटर के पिता करते थे चौकीदार की नौकरी, आर्थिक चुनौतियों का भी किया है सामना

भारत के स्टार ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा का आज 6 दिसंबर को जन्मदिन है | 8 फरवरी 2009 को इंटरनैशनल क्रिकेट में डेब्यू करने वाले जाडेजा आज क्रिकेट के तीनों ही फॉर्मेट में उपयोगी खिलाड़ी हैं। सौराष्ट्र के लिए घरेलू क्रिकेट खेलने वाले जाडेजा क्रिकेट की हर बारीकी में महारथ रखते हैं। चाहे फील्डिंग हो या बोलिंग, या फिर बैटिंग वह हर क्षेत्र में उम्दा प्रदर्शन करने की क्षमता रखते हैं। आईपीएल से उन्हें क्रिकेट में शुरुआती पहचान मिली।

अपने खेल में दिनोंदिन निखार लाए जाडेजा आज टीम इंडिया के उपयोगी खिलाड़ी हैं। वह क्रिकेट में जल्दी-जल्दी ओवर फेंककर विरोधी टीम के बल्लेबाजों को पिच पर नजरें जमाने का मौका नहीं देता। अमूमन ढाई से तीन मिनट में जाडेजा अपना ओवर खत्म कर लेते हैं। इंटरनैशनल क्रिकेटर बनने से पहले जाडेजा एक साधारण जिंदगी जी रहे थे। जाडेजा के पिता एक निजी कंपनी में वॉचमैन का काम करते थे। परिवार में उनके पिता अकेले कमाने वाले थे, जिसकी कारण से परिवार को आर्थिक चुनौतियों का सामना करना पड़ता था। इस लेफ्ट हेंडर ने अपनी प्रतिभा के बल पर टीम में अपनी जगह पक्की की। आज वह हर फॉर्मेट में उपयोगी खिलाड़ी हैं।

 इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज खेल जाडेजा ने मोहाली टेस्ट में बैट और बॉल दोनों से शानदार खेल दिखाया था। उन्होंने टीम की ओर से सर्वाधिक 90 रन बनाए और 4 विकेट भी अपने नाम किए। इस प्रदर्शन के कारण वह मैच में मैन ऑफ द मैच चुने गए। अब 23 टेस्ट खेल चुके जाडेजा का यह यह सर्वाधिक (90) स्कोर है। 23 टेस्ट में वह अब तक 95 विकेट अपने नाम कर चुके हैं।

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