राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो यात्रा' से निकला रोज़गार, दौड़-दौड़कर पोस्टर लगाने के 15 हज़ार !

इंदौर: मध्य प्रदेश में 'भारत जोड़ो यात्रा' आज 6वें दिन में प्रवेश कर चुकी है। राहुल अपनी यात्रा के साथ आज इंदौर में भी है। लेकिन, राहुल गांधी की इस यात्रा में कुछ ऐसे गुमनाम लोग भी शामिल हैं, जिनके बारे में शायद ही कोई जानता हो।​​​​​​ ये लोग राहुल गांधी की यात्रा से 10 KM आगे चलते हैं। बिहार की राजधानी पटना से आई 20 लोगों की टोली अपने खाने-पीने और ठहरने का बंदोबस्त खुद ही करती है। अपने घर- परिवार और बाल-बच्चों को छोड़कर ये सभी लोग राहुल गांधी की छवि चमकाते हुए कन्याकुमारी से श्रीनगर की यात्रा पर निकले हुए हैं।

राहुल गांधी की छवि चमका रहे ये गुमनाम यात्री :- 

भारत जोड़ो यात्रा में साथ चल रही यह टोली यात्रा के आगे-आगे दौड़कर और राहुल गांधी के बैनर-पोस्टर लगाकर उनकी छवि चमकाने का काम करती है। यूपी के गोंडा से आए शुभलाल यादव ने जानकारी दी है कि वे लोग अपना पेट भरने के लिए दाल-चावल, अनाज, आटा, मसाला, सब्जियां और बर्तन साथ लेकर यात्रा पर निकले हुए हैं। उन्होंने बताया कि यात्रा जब आराम करती है, उस बीच वे अपने लिए भोजन बना लेते हैं। फिर कुछ देर आराम करने के बाद यात्रा के आगे-आगे राहुल गांधी के पोस्टर-बैनर लगाने के लिए निकल जाते हैं। यादव ने बताया कि इस टोली में कुल 20 सदस्य हैं, जो यही काम करते हैं। ये सभी लोग यात्रा के पहले दिन से ही साथ हैं और अंतिम पड़ाव तक साथ रहेंगे।

भारत जोड़ो के पोस्टर-बैनर लगाने के मिलते हैं 15000 प्रतिमाह :-

वहीं, इस टोली के ही सदस्य ने मुकेश ठाकुर ने जानकारी दी है कि हम 20 लोग 2 शिफ्ट में काम करते हैं। 10 लोग दिन में और शेष 10 लोग रात में काम करते हैं। एक टीम यात्रा के आगे-आगे दौड़कर राहुल गांधी के बैनर-पोस्टर लगाती है, वहीं, दूसरी टीम यात्रा के निकल जाने के बाद लगे हुए पोस्टर्स बैनर्स को वापस निकालती है। वहीं, इस बीच कुछ लोग समय निकलकर अपने साथियों के लिए भोजन तैयार करती है। उन्होंने बताया कि इस काम के लिए उन्हें प्रतिमाह 15 हजार रुपए दिए जा रहे हैं। इसके साथ ही, प्रति सप्ताह 500 रुपए अलग से भी दिए जाते हैं।  

60 कंटेनर्स में निकली है राहुल गांधी की यात्रा :-

बता दें कि, राहुल गांधी की यह यात्रा 60 कंटेनर्स (ट्रकों) के साथ चल रही है। इनमे राहुल गांधी के लिए एक अलग कंटेनर रखा गया है, जिसमे AC, फ्रिज, बेड से लेकर तमाम सुख सुविधाएं मौजूद हैं। यहाँ तक कि, राहुल के किचन के लिए भी एक अलग कंटेनर रखा गया है, जिसमे उनका ख़ास रसोइया भी रहता है, जो राहुल को मनमुताबिक भोजन बनाकर देता है। इस यात्रा में राहुल के साथ लगभग 230 लोग, कन्याकुमारी से कश्मीर तक की यात्रा पर निकले हुए हैं, जिनके लिए इन कंटेनर्स में प्रबंध किया गया है। कांग्रेस नेताओं के मुताबिक, राहुल गांधी और उनके सहयोगियों के कंटेनर में दो, चार, छह, आठ और 12 बिस्तर का प्रबंध है। कुछ में शौचालय भी हैं, जबकि कुछ में नहीं हैं। हालाँकि, पोस्टर लगाने वाली टीम को किसी कंटेनर में जगह मिलती है या फिर वे इस कड़ाके की ठंड में अपने सोने का इंतज़ाम खुद करते हैं, इस बारे में स्पष्ट जानकारी नहीं मिल सकी है।      

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