डिप्टी एयरचीफ ने पेरिस जाकर लिया राफेल का टेस्ट

नईदिल्ली: राफेल विमान की क्षमताओं और विमान को ​भारत के अनुकूल बनाने के संबन्ध में चार दिन पहले फ़्रांस पहुंचे उप वायु सेना प्रमुख रघुनाथ नांबियार ने गुरुवार को राफेल उड़ाया. राफेल लड़ाकू विमान दसॉल्ट एविएशन द्वारा बनाये जा रहे हैं, रघुनाथ नांबियार ने विमान और उसकी खूबियों का जायज़ा लिया. राफेल विवाद मामला : राहुल गांधी का रक्षा मंत्री पर हमला, बोले - राफेल मिनिस्टर इस्तीफा दें इसी राफेल को लेकर यूपीए मोदी सरकार पर लगातार निशाने साध रही है. जानकारी के अनुसार वायुसेना के उप प्रमुख रघुनाथ नांबियार ने फ्रांस जाकर भारत के लिए बनाये गए पहले राफेल लड़ाकू विमान की क्षमताओं के आकलन के लिए फ़्रांस में उड़ाया. दसॉल्ट एविएशन द्वारा बनाये जाए रहे राफेल विमान के आकलन के लिए उप वायसेना प्रमुख फ़्रांस में गए हुए हैं. उन्होंने भारत के लिए बनाये गए पहले विमान को उड़ाया है, इन विमानों को अगले साल सितम्बर तक भारत को सौंप दिया जायेगा. आपको बतादें कि भारत के लिहाज़ से विमान तैयार करने में निर्माता कंपनी की मदद हेतु वायु सेना की एक टीम पहले से ही फ़्रांस में मौजूद है. विमान से जुड़े विवादों के बीच आयी यह खबर विराम लगा सकती है. राफेल डील में घोटाले की जांच को लेकर कांग्रेस ने CAG को सौंपा ज्ञापन   एक तरफ जहां डिप्टी एयर मार्शल फ़्रांस में जाकर देश को मिलने वाले पहले राफेल लड़ाकू विमान को उड़ाया वहीँ इस मुद्दे पर देश में राजनीति गरम है. इसी राफेल विमान को लेकर कांग्रेस लगातार बीजेपी को घेर रही है. राफेल डील मामले में दायर याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई भी चल रही है. चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली तीन जजों की बेंच में याचिका कर्ता ने 18 सितम्बर को स्वाथ्य खराब होने की स्थिति में सुनवाई टालने की मांग की थी जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई10 अक्टूबर तक टाल दी है. ख़बरें और भी ​ इतने विवादों के बाद भी आखिर क्यों नहीं हुई राफेल डील रद्द राफेल लड़ाकू विमानों का प्रशिक्षण शुरू, पायलटों का दल पहुंचेगा फ्रांस सुर्खियां: ये है देश और दुनिया की अब तक की सबसे बड़ी ख़बरें

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