रूस: व्लादिमीर पुतिन ने सोमवार को चौथी बार रूस के राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली. केजीबी अधिकारी से वैश्विक नेता बनने तक का सफर तय करने वाले व्लादिमीर पुतिन ने रूस पर अपनी पकड़ मजबूत करने के साथ साथ विपक्ष को कमजोर किया. करीब दो दशक लंबा कार्यकाल पूरा कर चुके पुतिन का छह वर्षों का चौथा कार्यकाल शुरू हुआ. गौरतलब है कि पिछले चार सालों से फोर्ब्स पत्रिका द्वारा दुनिया की सबसे ताकतवर हस्ती करार दिए जा रहे पुतिन जूडो में ब्लैक बेल्ट नेता हैं. रूसी नेता के समर्थक उन्हें एक उद्धारक मानते हैं जिसने कमजोर पड़ते देश में दोबारा गर्व एवं पारंपरिक मूल्य बहाल किए. दूसरी तरफ उनके विरोधी उन्हें एक ऐसा नेता मानते हैं जो देश को लोकतंत्र से और दूर ले गया. बता दें कि पुतिन 1999 से ही सत्ता में हैं. मार्च में हुए आम चुनाव में उन्हें 76.7 प्रतिशत वोट मिले थे. पुतिन ने रूस के लोगों को उनके समर्थन और प्रेम के लिए धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा, ''हमने अपनी पितृभूमि के गौरव को पुन: जीवित किया है. पुतिन ने कहा, ''राष्ट्राध्यक्ष होने के नाते मैं रूस की ताकत और समृद्धि को बढ़ाने का हरसंभव प्रयास करूंगा." यहाँ रूस के संविधान की शपथ लेकर पुतिन ने कहा, ''रूस, उसके वर्तमान और भविष्य के लिए हर संभव कार्य करना मैं अपना कर्तव्य और अपने जीवन का लक्ष्य मानता हूं." चिनफिंग आधुनिक चीन का मार्क्सवाद अफगानिस्तान में भारतीय इंजीनियरों को छुड़ाने का प्रयास जारी सीरिया को इस देश से मिली ख़त्म करने की धमकी