मुस्लिम विश्वविद्यालय के समारोह में राष्ट्रपति के जाने पर बवाल

अलीगढ़ :  7 मार्च को  अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) का 65वां दीक्षांत समारोह होना है. एएमयू के कुलपति तारिक मंसूर ने 19 फरवरी को बताया था कि राष्ट्रपति ने दीक्षांत समारोह में आने के लिए विश्वविद्यालय का निमंत्रण स्वीकार कर लिया है. मगर एएमयू छात्र संगठनों का कहना है कि विश्वविद्यालय परिसर में संघी मानसिकता के किसी भी व्यक्ति को घुसने नहीं दिया जाएगा छात्र संगठनों के इस बयान के बाद अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति को मुख्य अतिथि के रूप में बुलाए जाने को लेकर बवाल हो गया है.

एएमयू छात्र संघ सचिव ने विश्वविद्यालय प्रशासन को एक खत लिखा है जिसमे कहा गया है कि हम राष्ट्रपति का विरोध नहीं कर रहे हैं लेकिन हम संघी मानसिकता का जरूर विरोध कर रहे हैं जो कि मानवता के खिलाफ है. पत्र में छात्र संघ सचिव ने वर्ष 2010 में रामनाथ कोविंद के उस बयान का जिक्र भी किया जिसमें उन्होंने कहा था कि 'मुस्लिम और ईसाई (क्रिश्चन) देश के लिए एलियन हैं'. सचिव ने कहा कि राष्ट्रपति की यह बात आज तक हमें परेशान कर रही है. हालांकि छात्र संघ ने कहा, 'लेकिन हम राष्ट्रपति का स्वागत करते हैं. संघी मानसिकता वाले किसी अन्य व्यक्ति को प्रवेश की इजाजत नहीं दी जाएगी. जो लोग प्रोटकॉल के हिसाब से आ रहे हैं वो आ सकते हैं.'

एएमयू छात्र संघ के पूर्व सचिव नदीम अंसारी का कहना है कि जिस दिन राष्ट्रपति यहां आ रहे हैं, उस दिन बीजेपी सांसद राजवीर सिंह की बेटी की शादी भी है. राष्ट्रपति उसी के लिए आ रहे हैं. एएमयू दीक्षांत समारोह और शादी की तारीख जान-बूझकर एक साथ रखी गई है. राष्ट्रपति की हम इज्जत करते हैं, लेकिन इस वक्त राष्ट्रपति का चेहरा संघी है. किसी भी कीमत पर संघ के लोगों को बर्दाश्त नहीं करेंगे.

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