इंसान को ख़तरें में डाल रहा इंसान, जानिए जनसंख्या को रोकना है कितना जरूरी

वैश्विक समस्याओं में से एक जनसंख्या की समस्या भी है। जनसंख्या को बढ़ाना मानव के हाथों में है तो वहीं इसे रोकने का काम भी मानव को खुद अपने हाथों में ही लेने की आज के समय में आवश्यकता है। बढ़ती जनसंख्या से इस समय पूरी धरती चिंतित है। अनुमान तो यह भी लगाए गए हैं कि आने वाले समय में यह समस्या एक विकराल रूप धारण कर लेगी और मानव का अस्तित्वा खुद मानव खतरें में डालने का काम करेगा। 

करीब 10 हजार साल पहले तक धरती पर महज कुछ लाख इंसान थे, 18 वीं सदी में यह आंकड़ा बढ़कर 100 करोड़ तक आया और फिर साल 1920 में लोगों की आबादी पूरी दुनिया में 200 करोड़ के आंकड़ें को छू गई। वहीं आज के समय में हाल यह है कि दुनिया की कुल आबादी अब जल्द ही 800 करोड़ के आंकड़ें को छू लेगी। इस समस्या पर ध्यान नहीं दिया गया तो आने वाले समय में हम सभी को इसका खामियाजा संयुक्त रूप से भुगतना होगा।  

जनसंख्या बढ़ने के साथ ही हर क्षेत्र में हर चीज की मांग भी काफी बढ़ेगी और जब इसकी पूर्ति नहीं हो पाएगी तो इंसान, इंसान के लिए ही नुकसानदायक साबित होने लगेगा। लोगों को इस दौरान नौकरी संबंधित समस्या, रहने संबंधित समस्या, यातायात संबंधित प्रमुख समस्या के साथ ही और भी दर्जनों समस्याओं के साथ अपना जीवन यापन करना होगा। 

 

 

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