पीएम नरेंद्र मोदी को मानव बम से उड़ाने की प्लानिंग ...

नई दिल्ली: 2013 में पटना के गांधी मैदान में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की हुंकार रैली में सिलसिलेवार बम धामके हुए थे। इस मामले में 27 अक्टूबर को पटना की NIA कोर्ट ने 10 में से 9 आरोपियों को दोषी पाया है। वहीं एक आरोपी को साक्ष्यों के अभाव में बरी कर दिया गया है। बता दें कि जिस समय धमाका हुआ था, उस समय तत्कालीन NDA के पीएम प्रत्याशी नरेंद्र मोदी अपना भाषण दे रहे थे।

बता दें कि इन ब्लास्ट्स में आतंकियों के टार्गेट पर नरेंद्र मोदी थे और उन्हें मानव बम से उड़ाने की प्लानिंग थी। आतंकियों ने इसकी पूरी योजना बना रखी थी। इस प्लानिंग में बम से लैस जैकेट को पहनकर आतंकियों का नरेंद्र मोदी के निकट जाना और उन्हें उड़ा देना शामिल था। इसके लिए रांची में ध्रुवा डैम के पास सिथियो गांव में दो बार मानव बम का परिक्षण भी किया गया था। ट्रायल के दौरान आतंकियों ने चमड़े का जैकेट बनाकर उसमें बम प्लांट किया था। इसके बाद उसे खजूर के पेड़ में लटका दिया था। इसके बाद दो बार रिमोट का बटन दबाकर जैकेट को ब्लास्ट करने का ट्रायल किया गया था।

हालांकि आतंकियों की यह कोशिश नाकाम हुई और 27 अक्टूबर 2013 को गांधी मैदान में ब्लास्ट की प्लानिंग अंतिम वक़्त में बदलनी पड़ी। बता दें कि इस मामले में हैदर अली, मुजीबुल्लाह, अंसारी नुमान, अंसारी उमर सिद्दीकी, अजहरुद्दीन कुरैशी, फखरुद्दीन, अहमद हुसैन, इम्तियाज अंसारी, इफ्तेखार आलम और फिरोज असलम को अरेस्ट किया गया था। जिसमें झारखंड का निवासी हैदर अली उर्फ ब्लैक ब्यूटी बम बनाने में माहिर है। ये आतंकी जिहाद के नाम पर झारखंड और छत्तीसगढ़ की जंगलों में बैठकें करते थे। जिसमें आतंकी संगठन SIMI के लोग शामिल हुए थे।

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