ओमिक्रॉन की वजह से कोरोना के मामलों में बढ़त देखने के लिए मिल रही है। हालांकि, कम गंभीर होने के अलावा ओमिक्रॉन और डेल्टा के लक्षणों में भी काफी अंतर है। इसी के चलते एक्सपर्ट्स बार-बार लोगों से ओमिक्रॉन के लक्षणों की सही पहचान करने को कह रहे हैं ताकि इसे फैलने से रोका जा सके। अब हाल ही में अमेरिका के येल स्कूल ऑफ मेडिसिन में सहायक प्रोफेसर जॉर्ज मोरेनो ने इनसाइडर को ओमिक्रॉन से जुड़े कई लक्षणों (Omicron symptoms) के बारे में बताया है। उन्होंने ओमिक्रॉन के खास लक्षण के बारे में बताते हुए कहा, 'दिसंबर के अंत तक मैं हर दिन COVID-19 के पांच मरीज देख रहा था लेकिन पिछले हफ्ते ऐसा लगा जैसे कि कोरोना का विस्फोट हो गया हो। इसके पीछे ओमिक्रॉन वैरिएंट जिम्मेदार है। COVID-19 के अन्य लक्षण महसूस होने से पहले ज्यादातर मरीजों ने रूखा और गले में खराश महसूस किया जिसकी वजह से उन्हें निगलने में तेज दर्द हो रहा था। ये एक प्रमुख लक्षण है।' वहीं दूसरी तरफ नॉर्वे, दक्षिण अफ्रीका और UK के डॉक्टरों ने भी इसी तरह गले में खराश या चुभन को ओमिक्रॉन के विशिष्ट लक्षण के रूप में पहचाना है। जी हाँ, दक्षिण अफ्रीका के डिस्कवरी हेल्थ के सीईओ, रेयान नोच ने कहा था कि, 'ओमिक्रॉन के मरीज आमतौर पर सबसे पहले गले में खराश की शिकायत करते हैं, उसके बाद नाक में बंद होना, सूखी खांसी और शरीर में दर्द होता है।' इसी के साथ प्रोफेसर मोरेनो का कहना है कि 'गले में खराश अक्सर साइनस कंजेशन (Sinus congestion) और सिरदर्द के साथ हाथ आता है।' वहीं दूसरी तरफ Zoe कोविड लक्षण स्टडी के मुताबिक, 'ओमिक्रॉन के सभी मरीजों में गले में खराश सबसे शुरुआती और आम लक्षण पाया गया है।' जी दरअसल नॉर्वे की एक स्टडी में पाया गया कि क्रिसमस पार्टी में हुए ओमिक्रॉन के प्रकोप में 72% संक्रमित लोगों में गले की खराश की ही शिकायत पाई गई थी जो लगभग तीन दिनों तक थी। अधिकतर संक्रमित लोगों को mRNA वैक्सीन की दोनो डोज लग चुकी थी। प्रोफेसर मोरेनो ने बताया, 'मेरे क्लिनिक में आने वाले ज्यादातर मरीज वैक्सीनेटेड थे। यही वजह है कि उनमें लक्षण बहुत हल्के और कम दिनों तक रहने वाले थे। जिन लोगों ने बूस्टर डोज ली थी, उनके लिए ये आम सर्दी-जुकाम जैसा था। दो दिन के बाद ही वो वापस अपने रेगुलर रुटीन पर लौट चुके थे।' वैक्सीनेटेड लोगों में सबसे पहले दिखते हैं ये लक्षण- वहीं एक्सपर्ट्स के अनुसार, डेल्टा इंफेक्शन में वैक्सीनेटेड लोगों में भी गले में खराश की समस्या थी लेकिन ओमिक्रॉन में ये ज्यादा है। जी दरअसल जॉन्स हॉपकिन्स ब्लूमबर्ग स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के एक वायरोलॉजिस्ट डॉ एंडी पेकोज का कहना है कि ओमिक्रॉन के लक्षणों का एक अलग पैटर्न है जो दूसरे वैरिएंट्स से अलग है। इसमें डेल्टा की तरह स्वाद और सुगंध नहीं जाता है। ये बस गले में चुभन और कफ तक है। कुछ एक्सपर्ट्स का कहना है कि नाक तक पहुंचने से पहले ओमिक्रॉन गले को ही संक्रमित करता है।' असम ने पिछले 24 घंटों में 988 नए मामले दर्ज किए तमिलनाडु में 4 लाख लोगो को बूस्टर खुराक दी जाएगी फिजी ने कोविड-विरोधी उपायों को कड़ा किया