विवादों के बावजूद देश का दूसरा श्रेष्ठ विश्वविद्यालय बना JNU

नई दिल्ली : यह बड़े आश्चर्य की बात है कि गत एक वर्ष से विभिन्न कारणों से विवादों में रहने के बावजूद भी जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) ने फिर अपनी योग्यता सिद्ध करते हुए नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क में विश्वविद्यालयों की श्रेणी में उसने देश में दूसरा और संपूर्ण रैंकिंग में छठा स्थान हासिल किया है. मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि जेएनयू ने अफजल गुरु के समर्थन में नारों के वजह से नहीं, बल्कि अच्छे काम से अच्छी रैकिंग पाई है.

इस मौके पर जेएनयू के कुलपति प्रो. एम जगदीश कुमार ने कहा कि हम शैक्षणिक के अलावा शोध के क्षेत्र में भी बेहतर कर रहे हैं. जेएनयू को पिछले माह राष्ट्रपति की तरफ से बेहतर विश्वविद्यालय का अवार्ड भी मिल चुका है.पिछले एक साल से जेएनयू में एक तरफ जहां अस्थिरता है, वहीं दूसरी सफलताएं भी अर्जित कर रहा है. मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा जारी इस सूची के बाद विश्वविद्यालयों में खुशी का माहौल है.

बता दें कि दिल्ली विश्व विद्यालय ने विश्वविद्यालयों की रैंकिंग में आठवां तथा संपूर्ण रैंकिंग में 15वां, जामिया मिलिया इस्लामिया ने विश्वविद्यालयों में 15वां और संपूर्ण रैंकिंग में 20वां स्थान हासिल किया है.जबकि आईआई टी दिल्ली को संपूर्ण रैंकिंग में पांचवां स्थान मिला है. फार्मेसी की श्रेणी में जामिया हमदर्द को पहला स्थान मिला है.जामिया के कुलपति ने प्रो. तलत अहमद ने कहा कि संस्थान शोध के क्षेत्र में बेहतर कर रहा है. सभी छात्र व शिक्षक संस्थान को आगे बढ़ाने के लिए कार्यरत हैं.

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