विभाजन के दौरान, नेहरू चाहते थे दिल्ली में बसे मुस्लिम बस्तियां

नई दिल्ली। भारत विभाजन को तो बरसों हो गए लेकिन उसकी त्रासदी आज भी वैमनस्य के तौर पर भारतीय झेल रहे हैं। वह विभाजन एक बड़ी घटना थी। हालात ये थे कि लाखों लोग मौत के घाट उतार दिए गए। विभाजन के कारण उपद्रव हुए और देश को जमकर नुकसान हुआ।

हालांकि इसे लेकर यह बात सामने आई है कि भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू चाहते थे कि मुसलमानों के लिए दिल्ली का कुछ भाग आरक्षित हो जाए।

ऐसे क्षेत्रों में मुस्लिम बस्तियां बसा दी जाऐ लेकिन डाॅ. राजेंद्र प्रसाद और सरदार वल्लभभाई पटेल ने इन बातों का विरोध किया। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि ऐसा हुआ तो फिर बहुत गंभीर स्थिति बन जाएगी। ये बस्तियां परेशानी बन जाऐंगी। मगर जवाहरलाल नेहरू अपनी बात पर अड़े रहे लेकिन दोनों नेताओं ने विरोध किया और फिर बस्तियां नहीं बसाई गईं।

गौरतलब है कि दिल्ली के क्षेत्र से मुसलमान भाग रहे थे और पश्चिमी पंजाब से हिंदू अपना घर, जमीन, संपत्ति आदि छोड ़कर भाग रहे थे। ये हालात बेहद गंभीर थे।

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