अपने सभी मंडल अधिकारियों को उत्तर-पश्चिम रेलवे ने निर्देश दिया है कि वह स्टेशनों पर पर्यावरण अनुकूल के तहत जल्द ही अजमेर, जयपुर और जोधपुर समेत 25 और रेलवे स्टेशनों पर कुल्हड़ वाली चाय उपलब्ध कराए. इसकी प्रमुख वजह खाद्य सामग्री की बिक्री के लिए पर्यावरण अनुकूल उत्पादों को तरजीह देना है. नित्यानंद आश्रम मामले में आया नया मोड़, सीएम विजय रूपाणी ने मांगी रिपोर्ट इस मामले को लेकर उत्तर-पश्चिम रेलवे ने अपने सभी मंडल अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वह स्टेशनों पर पर्यावरण अनुकूल खानपान उत्पादों का उपयोग सुनिश्चित करने के लिए जरूरी कदम उठाएं. इन स्टेशनों में बीकानेर, सिरसा, भिवानी, हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर, हिसार, चुरू, सूरतगढ़, जोधपुर, पाली, बाड़मेर, नागपुर, जैसलमेर, भगत की कोठी, लूणी, जयपुर, झुंझुनू, दौसा, गांधीनगर, दुर्गापुर, सीकर, अजमेर, उदयपुर, सिरोही रोड और आबू रोड शामिल हैं. INX मीडिया मामला: पी चिदंबरम के साथी अफसरों की अग्रिम जमानत मंजूर आपकी जानकारी के लिए बता दे कि इससे पहले सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग मंत्री नितिन गडकरी के अनुरोध पर रेलमंत्री पीयूष गोयल ने रेलवे बोर्ड को इस संबंध में निर्देश जारी किए थे. इसके बाद रेलवे बोर्ड ने नौ सितंबर को देश भर के जोनल रेलवे के सभी प्रधान मुख्य वाणिज्यिक प्रबंधकों और आइआरसीटीसी के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक को इस संबंध में निर्देश जारी किए थे. बता दे कि रेल में यात्रा करने के दौरान चाय की चुस्कियों और भोजन के लिए ज्यादा खर्च करना पड़ेगा. लागू की गई नई दरों के अनुसार, शताब्दी, दुरंतों और राजधानी में सफर करने वाले यात्रियों को ज्यादा पैसे चुकाने होंगे. नए आदेश के अनुसार, फर्स्ट क्लास एसी में चाय पर 6 रुपये बढ़ाते हुए कीमत 35 रुपये कर दी गई है. नाश्ते में 7 रुपये बढ़ाते हुए कीमत अब 140 रुपये हो गई है. जम्मू कश्मीर: हर महीने इतने युवा पकड़ रहे 'आतंक' का रास्ता, सामने आए हैरान करने वाले आंकड़े ठाकरे सरकार में कौन होगा डिप्टी सीएम ? कांग्रेस और NCP के बीच खींचतान तेज 22,800 करोड़ की हथियार खरीद को मिली मंजूरी, नौसेना की ताकत में होगा इजाफा