महंत नरेंद्र गिरि के शिष्य ने बताया सोमवार का पूरा घटनाक्रम, किए कई खुलासे

लखनऊ: कल (20 सितंबर) को अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध हालातों में मौत हो गई थी तथा उनका शव यूपी के प्रयागराज स्थित बाघंबरी मठ के कमरे से फांसी के फंदे से लटकता पाया गया था। शव के पास प्राप्त हुए सुसाइड नोट में शिष्य आनंद गिरि सहित कई व्यक्तियों के नाम थे। वही सोमवार को संत समाज को अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध हालातों में मौत से एक बड़ा झटका लगा। प्रयागराज में बाघंबरी मठ के जिस कमरे में नरेंद्र गिरि का शव प्राप्त हुआ, वो भीतर से बंद था।  

वही नरेंद्र गिरि की मौत से संबंधित इस पूरे घटनाक्रम को लेकर उनके शिष्य निर्भय द्विवेदी ने बताया कि सोमवार के दिन क्या हुआ था। निर्भय द्विवेदी के अनुसार, ‘उनकी दैनिक दिनचर्या जैसे होती थी प्रातः 5 बजे चाय पीना, 7 बजे तक नीचे आ जाना। हम सभी सुबह 7.30 बजे तक उठते थे, 8 बजे महाराज जी को प्रणाम कर मैं मंदिर चला गया था।’

आगे बताते हुए निर्भय द्विवेदी ने कहा कि शाम को जब मैं लौटा तो पता चला कि महाराज जी ने सभी के साथ भोजन किया, 12 बजे भोजन करने के पश्चात् वो ऊपर गए। अपने कमरे में लगभग आधे घंटे तक रहे तथा बाद में फिर से नीचे आ गए थे। शिष्य निर्भय द्विवेदी ने कहा कि नीचे आकर वह बगल वाले कमरे में आराम करने के लिए गए, महंत नरेंद्र गिरि ने बताया था कि मुझसे कोई मिलने आ रहा है, तो यहीं रहूंगा। महंत जी ने सभी से बोला था कि आज कोई परेशान नहीं करेगा।

मौत से पहले महंत नरेंद्र गिरि ने बनाया था वीडियो

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